ग्रेटर नोएडा में अनिश्चितकालीन विशाल किसान महापड़ाव के रूप में दिन रात का धरना शुरू हो गया है. संयुक्त किसान मोर्चा एवं इसमें जुड़े समस्त संगठनों, भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान परिषद सहित गौतमबुद्धनगर से लेकर आगरा तक के सभी प्राधिकरणों से प्रभावित किसानों ने संयुक्त रूप से आन्दोलन करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा एवं इसमें जुड़े समस्त संगठनों, भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान परिषद सहित गौतमबुद्धनगर से लेकर आगरा तक के सभी प्राधिकरणों से प्रभावित किसानों ने संयुक्त रूप से आन्दोलन करते हुए सोमवार को मोजर बेयर कंपनी से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट का घेराव किया. इस घेराव के बाद धरना शुरू किया गया.
हाई पॉवर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की कर रहे मांग
किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट, डॉक्टर रूपेश वर्मा और सुखवीर खलीफा ने बताया कि पुराने कानून के तहत ली गई जमीन की एवज में एक समान नीति और नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के लागू होने के बाद जमीन लिए जाने से प्रभावित किसानों को नए कानून के सभी लाभ दिए जाने की मांग को लेकर 21 फरवरी 2024 को चिल्ला बॉर्डर कूच के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा यूपी राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष की अध्यक्षता और मेरठ कमिश्नर और डीएम गौतमबुद्धनगर की सदस्यता में बनाई गई हाई पॉवर कमेटी की रिपोर्ट को जो कि उनके द्वारा 31 अगस्त 2024 को सीएम को सौंप दी गई है, की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की मांग को लेकर ये किसान महापड़ाव शुरू किया गया है।
प्रतिनिधि मंडल की डीएम से वार्ता का हल ना निकलने पर धरना शुरू
आज के प्रदर्शन में शामिल रहे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक प्राधिकरण एवं बुलंदशहर गाजियाबाद प्राधिकरण, यूपीसीडा, डीएमआईसी, एनटीपीसी, डीएफसीसी, अंसल बिल्डर, हाई टैक बिल्डर, शिव नाडार बिल्डर आदि की परियोजनाओं से प्रभावित गौतमबुद्धनगर से लेकर आगरा तक के दर्जनों संगठनों के हजारों किसान और महिलाओं की ओर से गए प्रतिनिधि मंडल की जिलाधिकारी से वार्ता देर शाम तक चली लेकिन कोई समयबद्ध तरीके से निष्कर्ष नहीं निकलने के कारण किसानों ने दिन रात का धरना शुरू कर दिया है।
किसानों के मोर्चे में शामिल संगठन
जमीन से जुड़े समस्त अधिकारों के बारे बनाए गए संयुक्त किसान मोर्चा (भूमि अधिकार) में जय जवान जय किसान मोर्चा, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू, अजगर, भाकियू चढूनी, भाकियू अखंड, ऐछर किसान संघर्ष समिति, सिस्टम सुधार संगठन आगरा आदि शामिल हैं।