Noida: गंगनहर के माध्यम से नोएडा और गाज़ियाबाद में हरिद्वार का गंगा का पानी सप्लाई किया जाता है। गंगाजल को प्लांट में साफकर इसकी सप्लाई की जाती है। लेकिन अब अगले 20 दिनों तक गंगाजल नोएडा और गाज़ियाबाद के निवासियों को नहीं मिल पायेगा। दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी प्लांट की साफ-सफाई का कार्य चल रहा है। प्लांट की सफाई के चलते नोएडा और गाज़ियाबाद में पानी की दिक्कत का सामना यहां के लोगों को करना पड़ेगा। हालांकि ट्यूबवेल के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी। जिसके लिए करीब 300 ट्यूबवेल की मदद से पानी की आपूर्ति की जानी है।
जल आपूर्ति संकट से निपटने की तैयारी
प्लांट की सफाई होनी है तो ऐसे में पानी की समस्या हो सकती है। जिसे देखते हुए प्राधिकरण भी लोगों से पानी की बर्बादी ना करने की अपील कर रहा है। वैसे किसी भी समस्या के चलते अगर गंगनहर के जल की आपूर्ति नहीं हो पाती तो प्राधिकरण के पास तीन से चार दिन के पानी का स्टॉक होता है। ऐसे में अब प्लांट की सफाई का काम होने जा रहा है, तो लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है। गंगनहर के माध्यम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एनसीआर रीजन में गंगाजल लाया जाता है। इसके बाद पाइपलाइन के माध्यम से गंगाजल गाजियाबाद के प्रतापविहार प्लांट तक पहुंचता है। जहां वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की सफाई होती है और उसके बाद उसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद सहित अन्य स्थानों पर उपलब्ध करवाया जाता है।
गंगनहर की सप्लाई के बाद मिलेगा गंगाजल
गंगनहर में 24 अक्टूबर से लेकर 14 नवंबर तक साफ-सफाई का कार्य चलेगा। जिसके कारण 20 दिनों तक नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को गंगाजल नहीं मिल पाएगा। गंगनहर की सफाई होने के बाद हरिद्वार से गंगनहर में गंगाजल छोड़ा जाएगा। जिसे प्लांट तक पहुंचने में तीन दिन तक का समय लगेगा।
प्राधिकरण की अपील- जल की ना करें बर्बादी
इस मामले को लेकर आरडब्ल्यूए और फोनरवा के पदाधिकारियों ने प्राधिकरण के डीजीएम आरपी सिंह से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने प्राधिकरण से आग्रह किया कि आने वाले दिनों त्योहार के चलते लोगों को पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े। इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारी ने कहा कि ट्यूबवेल और टैंकर की माध्यम से भी पानी की सप्लाई की जाएगी। प्राधिकरण ने इस मौके पर लोगों से भी अपील की कि लोग पानी की बर्बादी ना करें।