Greater Noida: किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ट्यूबवेल ऑपरेटरों के शोषण के खिलाफ बुधवार को विरोध प्रदर्शन जारी है। ये प्रदर्शन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर हो रहा है। जहां पर भारी संख्या में किसान कर्मचारियों संग मिलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने पहले ही 23 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया था।
किसानों ने कर्मचारियों संग मिलकर खोला मोर्चा
ट्यूबवेल ऑपरेटरों की समस्याओं को लेकर बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर किसान मज़दूर संघर्ष मोर्चा की लीडरशिप में तमाम किसान कर्मचारियों संग विरोध प्रदर्शन कर रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान और कर्मचारियों ने अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए मिलकर मोर्चा खोला है। काफी समय से ये लोग अपनी समस्याओं को प्राधिकरण के सामने रख रहे थे, लेकिन निराश होने के बाद 23 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया।
सैलेरी और जैम पोर्टल जोड़ने की मांग
किसानों और कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगे पूरी होने पर विरोध प्रदर्शन खत्म होगा, वर्ना ये धरना अनिश्चितकालीन है। पिछले लंबे समय से सैलरी और जैम पोर्टल से जोड़ने की कर्मचारी मांग कर रहे हैं। किसान नेता कृष्ण नागर ने बताया कि समस्याओं के निवारण के लिए ये विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
‘प्राधिकरण कर रहा है शोषण’
किसान पक्ष का कहना है कि प्राधिकरण को तमाम समस्याओं के बारे में बताया गया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष लौकेश भाटी ने बताया कि इस मुद्दे पर प्राधिकरण के अधिकारियों को कई बार ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। उन्होंने इस लड़ाई को ‘आर-पार की लड़ाई’ बताते हुए कहा कि प्राधिकरण गरीब मजदूरों का लगातार शोषण कर रहा है, जो स्वीकार्य नहीं है।
हो रही नारेबाजी, भारी संख्या में पुलिसबल तैनात
आंदोलन के दौरान ट्यूबवेल ऑपरेटरों की प्रमुख मांगों में उचित वेतन, कार्य की बेहतर परिस्थितियां और सेवा सुरक्षा शामिल हैं। संगठन के नेताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, आंदोलन जारी रहेगा। इस आंदोलन से क्षेत्र में जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।