ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण ने किसानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. प्राधिकरण ने 3 हजार किसानों को नोटिस भेज कर जवाब मांगा है. कहा जा रहा है कि किसान मुआवजे की रकम पाने के लिए बड़ा खेल कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार किसान प्राधिकरण से मुआवजे को लेने के लिए भूखंडों पर ज्यादा निर्माण कर रहे हैं. किसानों ने टीन शैडो तैयार कर मुआवजे की बड़ी-बड़ी फाइलें बना ली हैं.
प्राधिकरण की जमीन पर अवैध निर्माण ना करने की अपील
यमुना विकास प्राधिकरण के ओएसडी सेलेंदर सिंह ने बताया कि हम लोगों के यहां एक धारा 10 का प्रोसेस है कि अथॉरिटी के नोटिफाई एरिया में किसी भी तरह का कोई कंस्ट्रक्शन नहीं होने देते. फिलहाल जो सेकेंड और थर्ड फेस के गांव हैं उन पर नोटिस जारी हुआ है. जिससे कि लोग उसका आगे कंस्ट्रक्शन ना करें. उसमें एक कमेटी के द्वारा मान लीजिये क्योंकि एसडीएम साहब के पास भी प्रॉपर रिपोर्टिंग फोटोग्राफ के साथ आई हुई थी और ये उचित भी है. क्योंकि पहले चरण के गांव में हम लोगों ने जितना भी पैसा दिया था उससे 6-7 गुना ज्यादा उसपर आ रहा है. ये विषय जिला प्रशासन का है लेकिन अथॉरिटी की भी अपनी लाइबिलिटी है तो एसडीएम साहब के यहां से जो भी फोटोग्राफ्स आए थे तो वो हमारा भी प्रोसेस है. उनका ज्वॉइंट प्रोसेस है. जिस पर हम लोगों ने नोटिस जारी किए हुए हैं. उनकी सुनवाई चल रही है. आपके माध्यम से बस ये रिक्वेस्ट है चूंकि पहले से ही सेटेलाइट इमेज में ड्रोन सर्वे में हम लोगों ने एरियाओं को कवर करके चलते हैं. तो जबरदस्ती लोगों का ईंटा, सीमेंट, मौरंग सब खराब होगा उस पर किसी भी तरह का मुआवजा मिलेगा नहीं. इसलिए ये रिक्वेस्ट है कि किसी भी तरह का उन एरियाओं में और किसी भी एरिया में कंस्ट्रक्शन ना करें.