नोएडा एनसीआर क्षेत्र में बाइक चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने गिरोह के चार शातिर बाइक चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से चोरी की 9 बाइक 1 अवैध तमंचा बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए चोर रेकी कर पार्किंग और सुनसान पड़े इलाकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
ऐसे हुई बदमाशों की गिरफ्तारी
मिली जानकारी के अनुसार थाना सेक्टर 126 नोएडा पुलिस टीम द्वारा 19 दिसंबर 2024 को रायपुर पुश्ता रोड सैक्टर-126 नोएडा से संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग के दौरान 2 मोटरसाइकिलों पर सवार 4 शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के कब्जे से 01 तमंचा .315 बोर और एक जिन्दा कारतूस बरामद किया गया है. इसके अलावा शातिर चोरों की निशादेही पर पुलिस ने रायपुर पुश्ता के पास झाड़ियों में छुपाई गईं अन्य 7 मोटरसाइकिलों (कुल 09 मोटरसाइकिल) को बरामद किया गया है। इन बरामद मोटरसाइकिलों में से कुछ दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से चोरी की गई थीं।
सुनसान जगहों में खड़े वाहनों को बनाते थे निशाना
पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में पता चला है कि वे एनसीआर क्षेत्र में मोटरसाइकिल चोरी करने की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं। बदमाशों ने बताया कि वह खासकर उन स्थानों को निशाना बनाते थे जहां वाहन पार्किंग में खड़े होते हैं या सड़क किनारे रात के समय अकेले छोड़ दिए जाते हैं। गाड़ी चुराने से पहले उस स्थान का निरीक्षण करते थे। ताकि वहां सुरक्षा की कमी या कम ट्रैफिक होने का फायदा उठाया जा सके। बदमाश हमेशा चोरी की मोटरसाइकिलों को अन्य शहरों में भेजने की योजना बनाते थे ताकि पकड़ में न आ सकें। वे इस कार्य में एक संगठित गैंग के रूप में काम करते थे जिसमें प्रत्येक सदस्य का एक विशेष कार्य था। कुछ सदस्य वाहनों का निरीक्षण करते थे जबकि अन्य सदस्य मोटरसाइकिल चुराने के बाद उन्हें छिपाने या बेचने का काम करते थे। यदि कोई उन्हें चोरी करते हुए देख लेता या पकड़ने की कोशिश करता तो वे तमंचे का भय दिखाकर फरार हो जाते थे ताकि कोई उन्हें रोकने की हिम्मत न कर सके।
20 से अधिक मोटरसाइकिलों की कर चुके चोरी
अब तक बदमाशों ने लगभग 20 से अधिक मोटरसाइकिलों को चुराया था जिनमें से अधिकांश दिल्ली और नोएडा जैसे व्यस्त क्षेत्रों से चुराई गई थीं। चुराई गई मोटरसाइकिलों को वे किसी सुरक्षित स्थान पर छिपाते थे और बाद में उन्हें अलग-अलग स्थानों पर बेच देते थे ताकि पहचान न हो सके। पूछताछ के दौरान अभियुक्तगण ने यह भी बताया कि वे मोटरसाइकिलों की चुराई से प्राप्त धन का उपयोग अन्य अवैध गतिविधियों में करते थे।