महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक डिजिटल तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर देश और दुनिया से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। विशेष रूप से सुरक्षा के क्षेत्र में नई पहल करते हुए महाकुंभ पुलिस ने चार डिजिटल दरवाजे तैयार किए हैं, जो श्रद्धालुओं को सुरक्षा तंत्र और प्रशासन से पल भर में जोड़ देंगे।
इन चार डिजिटल दरवाजों तक पहुंचने का जरिया है क्यूआर कोड। श्रद्धालु जब इन क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, तो वे सीधे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब से जुड़ जाएंगे। इन प्लेटफॉर्म्स पर महाकुंभ पुलिस की ओर से पल-पल की अपडेट दी जाएगी। इसके साथ ही श्रद्धालु अपनी समस्याओं या सुरक्षा से संबंधित सूचनाएं चंद सेकंडों में अधिकारियों तक पहुंचा सकेंगे।
सुरक्षा और संवाद के डिजिटल दरवाजे
महाकुंभ पुलिस ने चार अलग-अलग क्यूआर कोड तैयार किए हैं, जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़ते हैं। श्रद्धालुओं को महाकुंभ के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से पल पल की अपडेट मिलेगी। ये दरवाजे एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब होंगे। इनके रास्ते सुरक्षित महाकुंभ की पूरी तैयारी योजनाबद्ध तरीके से कर ली गई है।
एक्स (X)
एक्स का क्यूआर कोड स्कैन करते ही श्रद्धालु कुम्भ मेला पुलिस के आधिकारिक पेज पर पहुंच जाएंगे। यहां से वह हर पल की सुरक्षा अपडेट प्राप्त कर सकते हैं और किसी भी समस्या की रिपोर्ट सीधे कर सकते हैं।
फेसबुक
फेसबुक क्यूआर कोड श्रद्धालुओं को पुलिस के आधिकारिक पेज तक ले जाएगा । जहां वे लाइव अपडेट के साथ अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगे।
इंस्टाग्राम
इंस्टाग्राम क्यूआर कोड स्कैन करने पर श्रद्धालु सुरक्षा और आयोजन से जुड़े प्रमुख वीडियो और सूचनाएं प्राप्त करेंगे।
यूट्यूब
यूट्यूब क्यूआर कोड से महाकुंभ पुलिस के आधिकारिक चैनल तक पहुंचा जा सकता है। जहां सुरक्षा से संबंधित गाइडलाइन वीडियो और लाइव स्ट्रीमिंग उपलब्ध रहेगी।
24 घंटे अलर्ट पर रहेंगी डिजिटल आंखें
महाकुंभ पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए डिजिटल निगरानी का पूरा तंत्र विकसित किया है। “कमिश्नरेट प्रयागराज” और “महाकुंभ मेला” जैसे आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल 24×7 सक्रिय रहेंगे। यहां न केवल सुरक्षा अपडेट उपलब्ध कराई जाएगी, बल्कि आपातकालीन सूचनाएं भी तुरंत साझा की जाएंगी।
इन क्यूआर कोड के माध्यम से न केवल सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि श्रद्धालुओं की राय भी ली जाएगी। इसके साथ ही, किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालु सीधे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारी इन सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
सुरक्षित और सुव्यवस्थित महाकुंभ की ओर
यह पहली बार है जब महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए इतनी विस्तृत और योजनाबद्ध डिजिटल सुरक्षा प्रणाली लागू की जा रही है। क्यूआर कोड के माध्यम से न केवल श्रद्धालु सुरक्षित महसूस करेंगे, बल्कि पुलिस और प्रशासन से उनके सीधे संवाद का माध्यम भी बनेगा। इससे महाकुंभ 2025 को एक सुरक्षित और यादगार आयोजन बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।