सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत 9 लोगों की VIP सुरक्षा से NSG कमांडो को अब हटा दिया जाएगा. इसके आदेश केंद्र सरकार ने दे दिए हैं. अब NSG कमांडो की जगह इन लोगों की सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ के जवानों को सौंपा गया है. इसके अलावा गृह मंत्रालय की ओर से प्रशिक्षित कर्मियों की एक नई बटालियन को भी मंजूरी दे दी गई है. जिसे सीआरपीएफ से जोड़ने की तैयारी की जा रही है.
NSG को VIP सुरक्षा से पूरी तरह हटाने का निर्णय
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार ने आतंकवाद विरोधी कमांडो बल एनएसजी को वीआईपी सुरक्षा से पूरी तरह हटाने का निर्णय लिया है. अब तक जिन 9 वीआईपी की सुरक्षा में ये कमांडो तैनात थे, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अब सीआरपीएफ संभालेगी. अभी तक नौ जेड प्लस श्रेणी के नेताओं की वीआईपी सुरक्षा एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो कर रहे थे.
इन 9 नेताओं की सुरक्षा में तैनात हैं NSG कमांडो
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के अलावा, भाजपा के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बसपा सुप्रीमो मायावती, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह, गुलाम नबी आजाद, फारुक अब्दुल्ला और आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा में एनएसजी कमांडो तैनात हैं. जिनकी जगह अब सीआरपीएफ जवान लेंगे.
ASL प्रोटोकॉल का जिम्मा भी सीआरपीएफ को
जिन 9 वीआईपी की सुरक्षा से एनएसजी कमांडो हटाए जाएंगे उनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के पास ASL यानी एडवांस्ड सिक्योरिटी लाइनस प्रोटोकॉल है. इसका मतलब होता है कि जब कोई वीआईपी किसी जगह पहुंचता है तो उस जगह की छानबीन और सुरक्षा की जांच की जाती है. अब इन दोनों नेताओं के लिए ASL प्रोटोकॉल भी सीआरपीएफ ही संभालेगी. अभी तक सीआरपीएफ अमित शाह, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और गांधी परिवार के लिए ये करती रही है.