उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 60,244 सिपाहियों के पदों पर चयन के लिए होने वाली इस परीक्षा को प्रदेश के 67 जिलों में 23 से 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है, जबकि शेष की सत्यापन प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा संदिग्ध अभ्यर्थियों के सत्यापन के लिए परीक्षा केंद्र पर ही ईकेवाईसी की व्यवस्था की जा रही है। इनकी परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी।
अब तक 48 लाख आवेदनों का हुआ सत्यापन
48 लाख आवेदनों की जांच में 20 हजार से अधिक अभ्यर्थी संदिग्ध निकले है। सत्यापन में इनके आधार कार्ड का ब्योरा मूल डाटा सेमेल नहीं खाया है। इन अभ्यर्थियों को मूल दस्तावेज लेकर परीक्षा केन्द्र पर ढाई घंटे पहले पहुंचना होगा। इसके साथ ही भर्ती बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों के बारे में उनके संबंधित जिलों की पुलिस को भी अर्लट कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि परीक्षा को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है। 48 लाख अभ्यर्थियों के आधार का सत्यापन कराया जा चुका है। इस परीक्षा में 48 लाख 17 हजार 441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें करीब 20 हजार अभ्यर्थियों के आधार कार्ड मूल डाटा से मेल नहीं खाए हैं। इसलिए इन अभ्यर्थियों को संदिग्ध माना गया है। इनके आधार कार्ड व अन्य आईडी का सत्यापन परीक्षा केन्द्र पर किया जाएगा।