न्यूजीलैंड ने शनिवार को तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत को 113 रनों से हरा दिया है. इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त भी बना ली है. न्यूजीलैंड की टीम इससे पहले भारत में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी थी. ऐसे में न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर इतिहास रच दिया है. तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम जिसने इस सीरीज से पहले लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीती थी, उस जीत के सिलसिले का अंत हो गया है. इसके साथ ही भारत को 12 साल बाद घरेलू धरती पर टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है.
255 रनों पर ही ढेर हो गई भारतीय टीम
इस मैच में न्यूजीलैंड ने जीत के लिए भारत के सामने 359 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने मिचेल सैंटनर के सामने घुटने टेक दिए. जिसके बाद पूरी टीम 255 रनों पर ही ढेर हो गई. वहीं इससे पहले भारतीय टीम पहली पारी में महज 156 रनों पर सिमट गई थी. वहीं भारत की इस हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि आखिर टीम इंडिया की हार के क्या कारण रहे. पुणे टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार को लेकर रोहित शर्मा बोले “निराशाजनक. ये वैसा नहीं है जिसकी हमने अपेक्षा की थी. न्यूजीलैंड को श्रेय देना होगा कि उन्होंने हमसे बेहतर खेला. भारतीय टीम कुछ खास मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही है. हम उन चुनौतियों का जवाब देने में विफल हो गए जिसकी वजह से हम आज यहां बैठे हुए हैं. ऐसा नहीं लगा कि हमने इतनी अच्छी बल्लेबाजी की या फिर हम बोर्ड पर रन बना पाए.”
हम वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते- रोहित
रोहित शर्मा ने आगे कहा कि “आपको जीतने के लिए 20 विकेट लेने होंगे, हां, लेकिन इसके लिए बल्लेबाजों को बोर्ड पर रन भी बनाने होंगे. न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को 250 के करीब रोकना एक बड़ी लड़ाई थी लेकिन हम जानते थे कि ये काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला था. जब उन्होंने शुरुआत की तो उनका स्कोर 200/3 था और हमारे लिए वापस आकर उन्हें 259 रन पर आउट करना एक बेहतरीन प्रयास था.” वहीं रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी को लेकर कहा कि “हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. अगर हम पहली पारी में थोड़ा करीब होते तो चीजें थोड़ी अलग हो सकती थीं.’ अब हम वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और उस टेस्ट को जीतने की पूरी कोशिश करना चाहते हैं. यह सामूहिक विफलता है. मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो केवल बल्लेबाजों या गेंदबाजों को दोष दे दूं. हम वानखेड़े में होने वाले टेस्ट में बेहतर इरादे, बेहतर विचार और बेहतर तरीकों के साथ सामने आएंगे.”