नोएडा प्राधिकरण के अफसरों को धमकी देने का मामला संज्ञान में आया है। जिसके बाद प्राधिकरण के एक अफसर ने फेस-1 थाने में 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अफसरों का आरोप है कि यह लोग कार्यालय में घुसकर अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी दे रहे थे। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
निर्माण करने से मना करने पर आरोपियों ने दी धमकी!
नोएडा प्राधिकरण में वरिष्ठ प्रबंधक और वर्क सर्किल-10 प्रभारी प्रवीण सलोनिया ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी है। उन्होंने शिकायत में बताया कि कोंडली बांगर गांव की खसरा संख्या 166, 167, 174 और 175 प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि है। इन खसरों पर काश्तकारों द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा था। कई बार मना करने के बावजूद आरोपी नहीं माने।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बात बीते 22 मई से शुरु हुई। जब प्राधिकरण ने भूमि पर अंतिम नोटिस चिपकाया। उसके बाद 24 मई को सुधीर चौहान, सुरेंद्र, आशीष चौहान के साथ 8-10 अन्य लोग कार्यालय पहुंचे और नोटिस के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि कुछ भूमि उनकी है और वे निर्माण कर सकते हैं। जबकि नोएडा प्राधिकरण की ओर से कहा गया कि यह भूमि अब अधिसूचित क्षेत्र के अंतर्गत है और निर्माण के लिए अनुमोदन जरूरी है। इस पर आरोपियों ने अधिकारियों और कर्मचारियों से बदसलूकी करनी शुरू कर दी। इसी के साथ प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आशीष चौहान ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
पुलिस ने क्या कहा?
इस पूरे घटनाक्रम में एसीपी अरविंद कुमार ने बताया कि सुधीर चौहान, सुरेंद्र और आशीष चौहान समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनके खिलाफ ऑफिस में घुसकर धमकी देने और बदसलूकी के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।