भले ही समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सत्ता में नहीं आ सके हों. मगर ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनावों की यूपी में मिली जीत उनके और उनके कार्यकर्ताओं के सिर चढ़ कर बोल रही है. दरअसल कन्नौज पुलिस ने समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव को नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपों में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रविवार रात नवाब सिंह यादव के डिग्री कॉलेज से नवाब सिंह को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस पॉक्सो एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है. मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
पीड़िता अपनी बुआ के साथ गई थी सपा नेता से नौकरी मांगने
जानकारी के मुताबिक तिर्वा क्षेत्र निवासी पीड़िता अपनी बुआ के साथ नौकरी मांगने के लिए नवाब सिंह यादव के चंदन सिंह डिग्री कॉलेज गई थी. बुआ का आरोप है कि नवाब सिंह ने मेडिकल कॉलेज में नौकरी दिलवाने की बात कही थी. बुआ का कहना है वह थोड़ी देर के लिए मौके से हटी तो नवाब सिंह ने भतीजी से रेप का प्रयास किया. जैसे ही वह पहुंची तो इसका विरोध किया और 112 डायल कर पुलिस बुलाई. जिसके बाद देर रात मौके पर पहुंची पुलिस ने नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया.
पॉक्सो एक्ट में मुकदमा किया गया दर्ज
नवाब सिंह यादव की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह कोतवाली में समर्थकों की भीड़ जुट गई. जिसके बाद पुलिस ने सभी को समझाकर वहां से हटाया. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान एसपी अमित कुमार आनंद खुद मौजूद रहे. एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि रविवार रत करीब डेढ़ बजे 112 पर सूचना मिली थी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी नवाब सिंह को हिरासत में मिला. पीड़िता की तहरीर पर सुसंगत धाराओं और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मामले में अग्रिम कार्रवाई जारी है.
बीजेपी नेताओं के साथ घूम रहा नेता- सपा प्रवक्ता
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कन्नौज की घटना पर कहा कि जिस नेता पर आरोप लगे हैं. वह नेता समाजवादी पार्टी से कई साल पहले ही अपना रिश्ता तोड़ चुका है. क्या यह बात सच नहीं है कि कन्नौज के भाजपा नेताओं के साथ ही पिछले कई सालों से वह नेता घूम और टहल रहा है. भारतीय जनता पार्टी खुद को बचाने के लिए हर जगह समाजवादी पार्टी में कमी ढूंढ लेती है. जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने मुकदमे वापस ले लिए तो यह सरकार न्याय की बात कैसे करती है. यही नहीं भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई से किसने रोका है?