नोएडा की थाना साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर डिजिटल अरेस्ट कर क्रेडिट कार्ड का बकाया ना जमा करने का भय दिखाकर धोखाधड़ी करने वाला एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है. शातिर साइबर अपराधी नरेश पुत्र देशनाम को शती चौक गुड़गांव रिलायंस स्टोर के पास हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है.
क्या था मामला
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित ने 16 अक्टूबर को थाना साइबर क्राइम पर तहरीर देकर अभियोग पंजीकृत कराया गया कि अज्ञात साइबर अपराधी द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया गया. इस दौरान आरोपी ने पीड़ित को बताया गया कि उसके द्वारा क्रेडिट कार्ड पर 1,09,000 रुपये लिए गए हैं. जिसका बकाया जमा नहीं किया जा रहा है और इस मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच व सीबीआई द्वारा की जा रही है. इस प्रकार से पीड़ित को भय दिखाकर अभियुक्तों द्वारा स्काई एप डाउनलोड कराया गया और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट करके एक करोड़ 19 लाख 50 हजार रुपए फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए गए. जिसके संबंध में थाना साइबर क्राइम पर अभियोग पंजीकृत किया गया.
आरोपी खाते में 92 लाख रुपए हुए ट्रांसफर
वहीं मामले की जांच में पाया गया कि पकड़े गए अभियुक्त नरेश के खाते में 92 लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं. अभियुक्त ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके द्वारा स्वयं के व अन्य लोगो के फर्जी खाते तैयार किए जाते है. फिर लोगों को सीबीआई व मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर भय दिखाकर उनके साथ ठगी करते हैं. ठगी की धनराशि को अभियुक्त के बैंक खाते व अन्य फर्जी खातों में लिया जाता है. जिसके लिए अभियुक्त को 10 प्रतिशत का कमीशन मिलता है. इस प्रकार अभियुक्त द्वारा अपने साथियों के साथ सीबीआई अधिकारी व मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर वादी मुकदमा से धोखाधड़ी की गई थी. थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा संबंधित से सामंजस्य स्थापति करते हुए अभियुक्त के बैंक खातो को फ्रीज कराया गया है.