Lucknow: समाजवादी पार्टी के 15 नेताओं का डेलिगेशन संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलने आज जाने वाला था. इसी बीच संभल के डीएम ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को फोन कर संभल आने से रोक दिया है। इसके बाद लखनऊ में सपा नेताओं को नजरबंद कर दिया है। वहीं, सपा डेलिगेशन को रोकने पर अखिलेश यादव ने एक बार फिर शासन-प्रशासन के साथ सरकार को घेरा है।

सपा नेताओं के घर पर पुलिस का पहरा
यूपी विधानसभा में नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में संभल जा रहे सपा के प्रतिनिधि मंडल को संभल जाने की इजाज़त पुलिस ने नहीं दी। सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल, नेता विपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव सपा विधायक रवि दास मल्होत्रा, प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी नेताओं को घर पर ही पुलिस का पहरा लगा कर रोका गया। संभल डीएम द्वारा जारी पत्र के बाद पुलिस ने सपा नेताओं को उनके आवास पर ही रोक लिया गया और नोटिस दिया गया।

सरकारी प्रबंधन की नाकामीः अखिलेश यादव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-“प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है. ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फंसाद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।

प्रतिनिधि मंडल में ये नेता थे शामिल
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल, सांसद हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर रहमान बर्क, नीरज मौर्य और विधायक कमाल अख्तर, रविदास मल्होत्रा, नवाब इकबाल महमूद, पिंकी सिंह यादव प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है।

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