दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 13 साल बाद प्रदूषण जांच दरों में बढ़ोत्तरी की है। नई दरें सरकार द्वारा अधिसूचित होते ही प्रभावी हो जाएंगी। दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अनुरोध पर यह फैसला लिया गया है।
वाहनों के लिए नई प्रदूषण जांच की दरें
- पेट्रोल, सीएनजी, या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) दो और तीन पहिया वाहनों के लिए 80 रुपये।
- पेट्रोल, सीएनजी, या एलपीजी (जैव-ईंधन सहित) चार पहिया वाहनों और उससे ऊपर की श्रेणियों के लिए 110 रुपये।
- डीजल से चलने वाले वाहनों के लिए 140 रुपये।
आपको बता दें, साल 2011 में यह दरें क्रमशः 60 रुपये, 80 रुपये और 100 रुपये थी। इससे पहले, 2005 में दरों को संशोधित कर क्रमशः 35 रुपये, 45 रुपये और 60 रुपये किया गया था।
दिल्ली के परिवहन मंत्री ने क्या कहा?
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की लंबे समय से लंबित मांगों के मद्देनजर और प्रदूषण जांच सेवाओं की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए हमने दरों में संशोधन करने का निर्णय लिया है। यह संशोधन यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि प्रदूषण जांच स्टेशन कुशलतापूर्वक काम करना जारी रख सकें और जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान कर सकें। हम दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहतर बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि सभी वाहन आवश्यक प्रदूषण मानकों को पूरा करें।
आपको बता दें, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली का परिवहन विभाग प्रदूषण नियंत्रण (PUC) प्रमाणपत्रों की समय-समय पर जांच करता है। वैध PUC प्रमाणपत्र न होने पर दिल्ली में 10,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है।