ग्रेटर नोएडा में रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन आरओबी अब छह लेन का बनेगा. ये रेलवे ओवर ब्रिज मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब को आपस में जोड़ने और दादरी व ग्रेटर नोएडा के बीच सफर को आसान बनाने के लिए पल्ला के पास बनाया जा रहा है. पहले ये ओवर ब्रिज चार लेन का बनाया जा रहा था. मगर आईआईटीजीएनएल की पहल पर अब दो लेन और बढ़ाने की स्वीकृति मिल गई है. इस दो लेन का खर्च भी आईआईटीजीएनएल ही वहन करेगा.
194 करोड़ रुपये के खर्च से बनेगा 6 लेन का ओवरब्रिज
दरअसल पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे की तरफ से चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है. आईआईटीजीएनएल ने इस ओवरब्रिज को छह लेन बनाने के लिए प्रयास किया है. आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से निरंतर प्रयास किए जिसका अब लाभ मिला है. इस ओवरब्रिज को छह लेन का बनाने को मंजूरी मिल गई है. इस पर कुल खर्च लगभग 194 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. जिसमें से करीब 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डीएफसीसी वहन कर रहा है. इस पर काम पहले ही शुरू हो चुका है. अगले डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद है.
पुल बनने से लोगों को होंगे कई अहम फायदे
इस पुल के बन जाने से कई फायदे होंगे. एक तो पश्चिमी क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली आदि की तरफ से आने वाले लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड को भी एनएच-91 से जोड़ा जा रहा है. जिससे दादरी और ग्रेटर नोएडा फेस 2 के क्षेत्रों से एमएमटीएच के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी. 105 मीटर रोड को एनएच-91 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी रोड बनाने का जल्द शुरू होने जा रहा है. इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है. ग्रेटर नोएडा फेस टू इसी तरफ बसाने की योजना पर काम चल ही रहा है.
ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वालों को सहूलियत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक एनजी रवि कुमार का कहना है कि पल्ला-बोड़ाकी के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से न सिर्फ एमएमटीएच को लाभ होगा. बल्कि ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी. ग्रेटर नोएडा फेस टू भी इसी तरफ बसाया जाना है. उसके लिए भी यह पुल मील का पत्थर साबित होगा.