हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जबकि कई घायलों का इलाज चल रहा है। मंगलवार को हुए हादसे के बाद से नेताओं और अधिकारियों का अलीगढ़ और हाथरस पहुंचना जारी है। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचें, जहां आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करायेंगे
अलीगढ़ के गांव पिलखाना में राहुल गांधी मृतक मंजू उसके छह वर्ष के बेटे पंकज अन्य परिवार की शांति देवी व प्रेमवती के को सांत्वना दी। मृतक मंजू की सास को राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि वह अपने स्तर से हर संभव उनकी मदद करेंगे। राहुल गांधी ने इसी गांव की प्रेमवती की बहू सोनिया से मुलाकात की।
सीएम योगी पीड़ितों दिल खोलकर मुआवजा दें
हाथरस हादसे के पीड़ितों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। कई लोगों की मौत हुई है. मैं इसको राजनीतिक प्रिज्म से नहीं कहना चाहता हूं. लेकिन प्रशासन की कमी तो है, गलतियां तो हुई हैं. ये पता लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों मुआवजा सही मिलना चाहिए। क्योंकि ये गरीब परिवार हैं और इनका मुश्किल समय है। इसलिए मुआवजा ज्यादा से ज्यादा मिलना चाहिए। राहुल ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि पीड़ितों को दिल खोलकर मुआवजा दें। ये गरीब लोग है, इनको पैसे की जरूरत है। सत्संग स्थल पर पुलिस की तरफ से व्यवस्था सही नहीं थी, ऐसा परिवार वालों ने बताया है. जो चिंता की बता है।
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब तक इस घटना में आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।