श्रीराम की नगरी अयोध्या में बीते कुछ दिनों से नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। पिछले 15 दिन में दीपोत्सव से लेकर परिक्रमा तक पांच रिकॉर्ड बन चुके हैं। अब छठवां रिकार्ड कार्तिक पूर्णिमा के मेले पर बनाकर अयोध्या कीर्तिमान का सिक्सर लगा सकती है। इसे लेकर पूरी अयोध्या नगरी में हर्ष का माहौल है।राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण की शिला रखी, उसके बाद मानो देश-विदेश में अयोध्या का डंका बजने लग गया। दीपोत्सव तो प्रदेश में योगी सरकार के आते ही शुरू हो गया था, लेकिन मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद इसे और भी भव्य तरीके से मनाया जाने लगा। यहां सरयू तट पर पांच दिन के भीतर ही तीन रिकार्ड बन गए। दो रिकाॅर्ड सरयू आरती और दीपोत्सव के मुख्यमंत्री खुद ही साक्षी थे। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि दीपोत्सव से लेकर परिक्रमा तक सब कुछ ठीक है। इस बार परिक्रमा में पिछली बार से काफी अधिक भीड़ थी। आने वाले दिनों में कार्तिक पूर्णिमा का स्नान है।
अब तक ये बने रिकॉर्ड
27 अक्टूबर से 55 घाटों पर दीये बिछाने का क्रम शुरू हुआ था। महज 72 घंटे के अंदर ही स्वयंसेवकों ने दीये सजाकर नया रिकॉर्ड अयोध्या की झोली में डाल दिया था। इसके बाद 30 अक्टूबर की शाम को सरयू नदी के किनारे एक नया रिकॉर्ड बना। साधु-संतों और 1100 बटुकों का नाम आरती करने की सूची में शामिल किया था। 15 मिनट तक चलने वाली आरती के दौरान एक और नया रिकॉर्ड बन गया। इसी दिन शाम को 6 बजे के बाद जब दीप जलाने का कार्य शुरू हुआ। लगभग सवा घंटे में ही सारे दीप जला दिए गए। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड की टीम के काउंटिंग करने के बाद अयोध्या को 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाने एक और नया रिकॉर्ड बनाया। नौ नवंबर की शाम 6:30 बजे परिक्रमा उठाने का मुहूर्त था, लेकिन उससे पहले ही श्रद्धालुओं में आस्था इस कदर बढ़ गई की उन्होंने मुहूर्त से पहले ही परिक्रमा शुरू कर दी। 24 घंटे चलने वाली परिक्रमा में रात के समय ऐसी भीड़ पहुंची की जिला प्रशासन भी देखकर दंग रह गया। 35 लाख श्रद्धालुओं के परिक्रमा करने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले कई वर्षों के मुकाबले कहीं अधिक है।