ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सोमवार को विशाल किसान महापंचायत आयोजित किया गया। वहीं किसान पंचायत के साथ शुरू किए गए किसान महापड़ाव के दूसरे दिन मंगलवार को धरना स्थल पर संविधान दिवस एवं संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली आंदोलन की चौथी वर्षगांठ मनाई गई. किसान महापड़ाव की अध्यक्षता तिलक देवी ने और संचालन जगबीर नंबरदार ने किया। महापड़ाव पर मंगलवार को संविधान दिवस को मनाया गया। साथ ही 26 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की चौथी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किसान विजय दिवस के तौर पर भी मनाया गया।
तीनों मुद्दे हल होने तक जारी रहेगा महापड़ाव
ग़ौरतलब है कि किसान आंदोलन के दबाव के कारण केंद्र सरकार ने तीन काले कानून वापस लिए थे। संयुक्त किसान मोर्चा के सभी 10 घटक संगठनों ने 10% आबादी प्लाट, नये भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करने एवं हाई पावर कमेटी द्वारा दी गई सकारात्मक सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग को दोहराते हुए कहा कि जब तक उक्त तीनों मुद्दे हल नहीं होते महापडाव जारी रहेगा। महापड़ाव 28 तारीख को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से चलकर यमुना प्राधिकरण पर पहुंचेगा, यमुना प्राधिकरण पर महापड़ाव 1 दिसंबर तक रहेगा 2 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी चल रही है।
आर-पार की लड़ाई जीत कर ही लेंगे दम किसान
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा में जुड़े किसान संगठनों की ओर से मांगों और संकल्पों को दोहराते हुए कहा गया कि यह लड़ाई आर पार की है जीत कर ही दम लेंगे सरकार के पास 1 दिसंबर तक का वक्त है। सरकार इस पर फैसला ले 10% आबादी प्लाट का मसला वर्षों से लंबित है। सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट के आधे आदेश 64 परसेंट मुआवजा को मान लिया गया। जबकि 10% के प्लाट के लाभ से किसानों को आज तक वंचित रखा है। यह किसानों के साथ नाइंसाफी वादाखिलाफी है। जब तक जिले में अन्याय कायम है शांति संभव नहीं है मुद्दा साढ़े तीन लाख किसानों से संबंधित है।
गौतमबुद्ध नगर में हर हाल में नए कानून लागू करने होंगे- किसान नेता
नेताओं ने माननीय मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गोरखपुर के इलाके में बन रहे हाईवे के लिए चार गुना मुआवजा दिया है। जबकि गौतमबुद्धनगर को चार गुना मुआवजे के लाभ से वंचित रखा गया है। इतना ही नहीं 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़े हैं। अब और नहीं चलेगा हर हाल में नए कानून के लाभ गौतम बुद्ध नगर में लागू करने पड़ेंगे।