लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज हैं। तो वहीं गाजीपुर से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। दरअसल ऐसा लगता है कि अफजाल अंसारी अपनी सियासी विरासत अपनी बेटी को सौंपने के मूड में हैं। इसका कारण है कि गाजीपुर से सांसद और सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से अब तक राहत नहीं मिली है। वहीं गैंगस्टर मामले में अफजाल अंसारी को मिली 4 साल की सजा के खिलाफ दायर की गई याचिका पर आज सुनवाई की गई। जिसके पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई की तारीख को बढ़ाकर 13 मई कर दिया गया है। अदालत अब 13 मई को सुबह 10 बजे मामले की सुनवाई करेगा। अफजाल अंसारी के गैंगस्टर एक्ट मामले में जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच में सुनवाई की गई। आपको बता दें कि गाजीपुर में अंतिम चरण में एक जून को वोटिंग है। 7 से 14 मई तक नामांकन होंगे।
13 मई को होगी गैंगस्टर मामले में अगली सुनवाई
अफजाल अंसारी के गैंगस्टर मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 13 मई को गवर्नमेंट अपील पीड़ित की रिवीजन के साथ सुनवाई का आदेश दिया गया है। अंसारी को गाजीपुर की स्पेशल कोर्ट ने पिछले साल यानी 29 अप्रैल 2023 को गैंगस्टर मामले में 4 साल की सजा सुनाई थी। जिसके तुरंत बाद अफजाल को जेल भेज दिया गया था। जेल जाने की वजह से उनकी लोकसभा की सदस्यता निरस्त हो गई थी। हालांकि बाद में हाई कोर्ट ने इस मामले को लेकर अंसारी को जमानत दे दी थी और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी इस सजा पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट के सजा पर रोक लगाए जाने के बाद अफजाल की संसद सदस्यता बहाल हो गई है। समाजवादी पार्टी ने उन्हें गाजीपुर से लोकसभा का उम्मीदवार भी बनाया है। मगर अफजाल अंसारी को अगर इस मामले में कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो फिर वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक हाई कोर्ट को इस मामले को 30 जून तक निपटाना है। लोकसभा चुनाव को और अपनी सजा को देखते हुए अफजाल ने हाल ही में अपनी बेटी नुसरत अंसारी का पार्टी कार्यालय में सपा और कांग्रेस नेताओं से परिचय कराया।
यूनिवर्सिटी में टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट हैं नुसरत
नुसरत ने देश के सबसे बढ़िया कॉलेजों में से एक दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज सोलापुर महाराष्ट्र से नुसरत ने एमए किया है। अफजाल ने बताया कि इनका विषय रूरल डेवलपमेंट है। अपने यूनिवर्सिटी में टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। इन दिनों सिविल सेवा की तैयारी कर रही थी। यहां से निकल रही खबरों ने विचलित किया तो मेरी मदद के लिए आ गई।
अफजाल ने कर ली नुसरत को सियासी विरासत सौंपने की तैयारी
अंसारी परिवार में अफजाल अंसारी तीन भाई हैं। सिगबतुल्ला, अफजाल और मुख्तार अंसारी। तीनों विधायक रहे हैं। सिगबतुल्ला और मुख्तार अंसारी के दो-दो बेटे हैं। अफजाल को तीनों बेटियां हैं। सिगबतुल्ला और मुख्तार अंसारी के एक-एक बेटे विधायक हैं। मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी मऊ सदर से विधायक है। सिगबतुल्ला अंसारी का बेटा सोएब अंसारी गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से विधायक है। यानी दोनों की राजनीतिक विरासत बेटों को सौंपी जा चुकी है। अफजाल को कोई बेटा नहीं है। तीनों बेटियां हैं। अब अफजाल ने बेटी को विरासत सौंपने की तैयारी की है। पांच बार विधायक और दो बार सांसद रहे अफजाल अंसारी की तीन बेटियों में नुसरत सबसे बड़ी हैं। छोटी और जुड़वा बेटियों नूरिया और मारिया की शादी हो चुकी है।