Noida: जेल में जाने के बाद लोगों की जिंदगी इतनी लाचार और बेबस हो जाती है कि दूसरे के सहारों पर उसकी जीवन यापन करना पड़ता है। चारदीवारी के अंदर बाहर की जिंदगी से कंही ज्यादा संघर्ष है। जेलों में बंद कई लोग ऐसे हैं जिनके पास सर्दी से बचने के लिए कपड़े तक नहीं होते। हालांकि जेल प्रशासन कम्बल वगैरह जरूर देता है लेकिन उससे उनका गुज़ारा नहीं होता। ऐसे कैदियों की मदद राजा सैफी हर साल मदद करते हैं। राजा सैफी हर साल अलग-अलग जेलों में जाकर कैदियों को जरुरत का सामान देते हैं।
लुक्सर जेल में अधीक्षक को सौंपे जरूरत के सामान
इसी कड़ी राजा सैफी शुक्रवार नोएडा की लुक्सर जेल पहुंचकर जेल अधीक्षक ब्रजेश कुमार के साथ मिलकर सौ कम्बल, सौ जैकेट और सौ जोड़ी चप्पल कैदियों को बांटे। राजा सैफी का कहना है की जेल में बंद लोगों की मदद करने में उन्हें सुकून मिलता है। जेल के अन्दर ऐसे बहुत लोग हैं, जिनके पास कम्बल, चप्पल और गर्म कपडे नहीं होते हैं, जिसकी वजह से सर्दी के मौसम में काफी परेशानी होती है।
राजा सैफी देश की अलग-अलग जेलों में बांटते है कपड़े
सैफी ने बताया कि वह हर साल देश की अलग-अलग जेलों में जाकर कैदियों की मदद करते है, इसमें उनका कोई लालच नहीं है बल्कि सिर्फ देशप्रेम भावना के तहत वो ऐसा करते है। इससे पहले वह शाहजहांपुर की जेल में महिलाओं को गर्म सूट और शाल दी। बाकी कैदियों को कम्बल, जैकेट और चप्पल बांटे। जेल अधीक्षक ने राजा सैफी से बाल कारागार में बंद बच्चों की मदद की अपील की। जिसे राजा सैफी ने तुरंत स्वीकार कर लिया। राजा सैफी लखनऊ जेल नारी निकेतन में जाकर भी इसी तरह से ज़रुरत का सामान बांटा है।