केरल के वायनाड को लेकर कांग्रेस ने बड़ा सियासी दांव चला है. वहां होने वाले उप-चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी उम्मीदवार होंगी. ये ऐलान 15 अक्टूबर को देर शाम को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से किया गया. ऐसे में प्रियंका अब भाई और दादी की सीट पर पॉलिटिकल डेब्यू करने जा रही है, इस बीच उनका सियासी सफऱ कैसा रहा है. उस पर एक नजर भी डालते हैं
राजनीति में डेब्यू
राहुल गांधी का वायनाड से गहरा भावनात्मक जुड़ाव है. 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड और यूपी की अमेठी सीट से चुनाव लड़ा था. वायनाड सीट पर राहुल गांधी ने बाजी मार ली थी, लेकिन पारंपारिक सीट अमेठी में उन्हें बीजेपी की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था. 2024 में राहुल गांधी एक बार फिर इन दोनों सीटों से चुनाव लड़े और दोनों सीटों पर बाजी मारी. नियमों के अनुसार, राहुल को एक सीट छोड़नी थी तो उन्होंने अमेठी को चुनकर वायनाड सीट छोड़ दी. अब अपने भाई की सीट पर प्रियंका गांधी राजनीति में डेब्यू कर रही हैं.
राजनीतिक सफर
प्रियंका गांधी ने जनवरी 2019 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस के महासचिव के रूप में आधिकारिक रूप से काम करना शुरू किया और राजनीति में एंट्री ली. हालांकि इस औपचारिक पद को संभालने से पहले वह अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रचार का प्रबंधन जरूर करती थीं
2019 के लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका
प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में 52 सीटे आईं. उन्होंने यूपी में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की पूरी कोशिश की. प्रियंका गांधी ने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी मोर्चा संभाला और कांग्रेस की स्थिति बेहतर करने के लिए महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया. उनकी पूरी कोशिश यूपी में कांग्रेस के प्रयासों जमीन पर उतारना था। तमाम प्रयासों के बावजूद कांग्रेस के खाते में दो ही सीट आ पाई.
कांग्रेस ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की
दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश में 2022 को हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की. 68 सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटों पर जीत मिली. इस चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने उतनी सक्रियता नहीं दिखाई, वहीं प्रियंका गांधी ने जिन पांच जिलों में चुनावी रैलियां की, वहां कांग्रेस ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की.