ग्रेटर नोएडा में एक और झोलाछाप डॉक्टर के कारण एक महिला की जान चली गई. दरअसल एक विधवा महिला प्रेम-प्रसंग के चलते गर्भवती हो गई. जिसके चलते प्रेमी महिला का गर्भपात कराने के लिए एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गया. इस दौरान महिला की मौत हो गई. जिसके बाद मौत को छुपाने के लिए प्रेमी ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर महिला के शव को दूर जंगल में ले जाकर ठिकाने लगा दिया. वहीं दूसरी ओर मृतका के बेटे वसीम ने अपनी मां मुबीना के लापता होने की रिपोर्ट थाना जेवर में 15 अगस्त को दर्ज कराई थी. वसीम ने पुलिस को बताया था कि मुबीना 6 अगस्त से लापता थी.
लोकलाज के डर से प्रेमी के संग गर्भपात कराने गई थी महिला
इस संबंध में डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि मोबाइल नंबर की कॉल हिस्ट्री से पता चला कि गुमशुदा मुबीना की पड़ोसी जमशेद से ज्यादा बातचीत होती थी. मुबीदा के जमशेद के साथ अच्छे प्रेम संबंध थे. जिसके बारे में जमशेद ने पुलिस को कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. इसके बाद की गई जांच में पता चला कि मुबीना गर्भवती थी और विधवा थी. लोकलाज के डर से जमशेद अपने मित्र सद्दाम पुत्र इलियास के सहयोग से 6 अगस्त को महिला को गर्भपात के लिए अपनी बाइक से डिबाई ले गया. जहां अबॉर्शन के दौरान उसकी मौत हो गई. महिला की मौत के डर से जमशेद ने महिला के शव को अपने सहयोगियों सपाम, मोनू तथा गुड्डी देवी की मदद से 7 अगस्त को अनूपशहर के जंगल ग्राम रोड बांगर की झाड़ियों में छिपा दिया था. उन्होंने बताया कि आरोपी जमशेद की निशानदेही पर गुमशुदा मृतका के शव के अवशेषों को अनूपशहर के जंगल ग्राम रोड बांगर नाले की झाड़ियों से बरामद किया गया है.
4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 4 फरार
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि थाना जेवर पुलिस ने गुमशुदा महिला का गर्भपात कराने और गर्भपात के दौरान मौत होने पर शव को ठिकाने के लगाने के मामले में 4 आरोपी जमशेद पुत्र फजरुद्दीन, मनोज कुमार पुत्र केहर सिंह, मिथलेश देवी पत्नी मनोज कुमार और राज बहादुर पुत्र राधेश्याम को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इस मामले अन्य 4 आरोपियों सद्दाम पुत्र इलियास, मोनू, गुड्डी देवी तथा सद्दाम पुत्र फजरुद्दीन की तलाश की जा रही है. आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 89, 90 (गर्भपात सें संबंधित)91, 238, 239, के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.