Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में आयोजित किसान महापंचायत खत्म हो गया है. अब किसान सात जनवरी से योगी सरकार से बातचीत को तैयार हो गए हैं. सोमवार को आयोजित किसान पंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने स्थानीय किसानों से बातचीत की और उन्हें संबोधित किया. ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के अधिकारी के बातीचीत के बाद, आंदोलन वापस लेने का फैसला लिया गया.
किसानों को संबोधित करने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि जो कल मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि किसान बातचीत करें. उसको शुरू ये करें. जो भी आश्वासन मिला है उसे लिखित में दें. जो भी मुद्दे हैं जमीन का मुद्दा हो या नियमावली का मुद्दा हो उनका समाधान निकालें.
उन्होंने कहा कि हमने अपने लोगों को कहा कि जो कमिट किया है वो लिखित में लेकर जाएं. किसानों की समस्या का समाधान हो. जो दो कमिटी बनी है वह अपना काम करें और बातचीत शुरू करें. जो किसान जेल में बंद हैं उन्हें आज कल में छोड़ दें. इस साल के जो मुद्दे थे इस साल में ही खत्म होने चाहिए.
7 जनवरी से बातचीत शुरू होगी. उसके बाद क्या होगा वह सात तारीख के बातचीत के आधार पर तय करेंगे. बातचीत होती रहेगी. नहीं होगी तो आंदोलन भी होते रहें. प्रशासन डराएं, धमकाएं, दबाने का काम करें. उसका मुकाबला होगा, डरने की कोई जरूरत नहीं है.
इससे पहले किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि पहले जो आंदोलन हुए उससे हम सहमत नहीं थे. आंदोलन से पहले बैठक होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि घर जाओ संगठन को मजबूत करो. उन्होंने कहा कि सख्ती या गोली से आप किसान को रोक नहीं सकते हैं, प्रशासन जेल में डाल सकता है, जेल का एक भय दिखा रहे.
उन्होंने किसानों से अपील की है कि जेल का भय तोड़ दो. अगर जेल का भय रहेगा तो ये लोग आपको कुछ भी नहीं देंगे. डरा धमकाकर छोड़ देंगे. जेल में कितना दिन रखेंगे. दस दिन, पंद्रह दिन, महीना या तीन महीना, लेकिन आप छूटेंगे. इसलिए जेल का भय तोड़ दीजिए.