ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सेंट्रल नोएडा से नजदीकी के कारण इस इलाके को नोएडा एक्सटेंशन भी कहा जाता है लेकिन यहां पर समस्याएं इतनी ज्यादा हैं कि यहां रहने वाले लोग इसे नोएडा-एक-टेंशन कहने लगे हैं. बिल्डरों और अथॉरिटी के धोखे की कहानी तो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. ऊपर से ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर आए दिन होने वाला ट्रैफिक जाम स्थायी समस्या बन कर रह गया है. पुलिस ने गोलचक्करों को बंद करके ट्रैफिक जाम पर अंकुश लगाने की कोशिश की थी. मगर यह कोशिश भी नाकाम साबित हुई. इसके अलावा यहां की सड़कों का हाल तो सबसे ज्यादा बेहाल है. यहां की सड़कों पर जहां-तहां गड्ढे ऐसे हो रखे हैं जैसे मानो कभी सड़क बनी ही नहीं थी.
जगह-जगह ढेरों गड्ढे हादसों को दे रहे दावत
ग्रेटर नोएडा वेस्ट का सबसे व्यस्त और फेमस चौक है चार-मूर्ति चौक. चार-मूर्ति गोल चक्कर पर ट्रैफिक का भी भारी दबाव रहता है. अक्सर सुबह और शाम के समय यहां पर जाम की स्थिति देखने को मिल ही जाती है. गोलचक्कर को आधा बंद किया गया है लेकिन इसके बावजूद यहां पर लोगों को भारी ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है. इसका एक कारण तो यहां सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे हैं. वहीं जब आप नोएडा से सूरजपुर की ओर जाते हैं तो गौर सिटी सेंटर के सामने गोल चक्कर पर बहुत से छोटे-बड़े गड्ढे हैं. जो गाड़ियों की रफ्तार को धीमा कर देते हैं. आने वाले समय में ये गड्ढे एक्सीडेंट का कारण भी बन सकते हैं. ऐसा नहीं है कि सिर्फ चार-मूर्ति गोलचक्कर पर ही गड्ढे हैं, बल्कि जब आप पर्थला सिग्नेचर ब्रिज से चार-मूर्ति की ओर जाते हैं तो रास्ते में ढेरों गड्ढे हैं जो हादसों को दावत दे रहे हैं.
प्रशासन की नहीं टूट रही कुंभकर्णी नींद
चार-मूर्ति गोलचक्कर बंद किया गया है. जिसकी वजह से गाड़ियों को हिंडन ब्रिज पार करके नोएडा की ओर आकर यू-टर्न लेना पड़ता है. बाइक सवारों ने हिंडन ब्रिज से पहले डिवाइडर की कंटीली तार को हटाकर यहां पर अवैध कट बना लिया है. जिसके कारण यहां ट्रैफिक न सिर्फ स्लो होता है,बल्कि एक्सीडेंट का खतरा भी बना रहता है. वहीं ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर जाने वाले रास्ते पर भी गड्ढों का राज है. चिंताजनक बात तो ये है कि प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है. स्थानीय लोग बार-बार शिकायत करते हैं, लेकिन प्रशासन की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है.