नोएडा में किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों को जबरन दलित प्रेरणा स्थल से पुलिस ने हटा दिया है. वहीं बुधवार दोपहर को यमुना एक्सप्रेसवे पर टप्पल में पुलिस ने राकेश टिकैत को रोक लिया गया है. राकेश टिकैत द्वारा जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत बुलाई थी. वहीं किसानों को हितों को ध्यान में रखते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सरकार पर सवाल उठाए हैं.
ये स्थिति देश के लिए अच्छी नहीं- उपराष्ट्रपति
दरअसल उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को मुंबई में केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पहुंचे हुए थे. इस कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि किसान संकट में है और आंदोलन कर रहे हैं. ये स्थिति देश के लिए अच्छी नहीं है. सरकार को आत्मावलोकन की जरूरत है.
उपराष्ट्रपति के उठाए सवालों को चुपचाप सुनते रहे शिवराज
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पूछा कि आखिरकार किसानों से वार्ता क्यों नहीं की जा रही है? क्या किसानों से सरकार द्वारा कोई वादा किया गया था? पिछले साल भी किसानों ने आंदोलन किया था, इस साल भी आंदोलन हो रहा है. समय बीतता जा रहा है लेकिन हम कुछ भी नहीं कर रहे हैं. धनखड़ ने आगे कहा कि कृषि मंत्री जी, मुझे तकलीफ हो रही है. मेरी चिंता यही है कि अब तक पहल क्यों नहीं हुई? आप कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री हैं. बता दें कि जिस वक्त उपराष्ट्रपति ये बातें कह रहे थे. उस समय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी वहां मौजूद थे. मगर शिवराज केवल धनखड़ की बातों को सुनते रहे.
पांच सदस्यीय समिति की अध्यक्षता करेंगे IAS अनिल कुमार सागर
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान के कुछ देर बाद ही योगी सरकार ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एक समिति का गठन किया. इस समिति की अध्यक्षता आईएएस अनिल कुमार सागर करेंगे. उनके अलावा पीयूष वर्मा विशेष सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, संजय खत्री ACEO नोएडा और सौम्य श्रीवास्तव ACEO ग्रेटर नोएडा, कपिल सिंह ACEO YEIDA सदस्य नामित किए गए हैं. समिति एक महीने में रिपोर्ट और अनुशंसा शासन को प्रस्तुत करेगी. वहीं योगी सरकार के इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी किसानों के मुद्दे को लेकर बातचीत का रुख अपनाएगी.