नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने उत्तर प्रदेश के कई इलाकों की तस्वीर बदल दी है। तो अब ग्रेटर नोएडा यमुना विकास प्राधिकरण ने 40 गांवों के अधिग्रहण का ऐलान किया है। जिसका मकसद जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर करना है।
यमुना प्राधिकरण 77 हजार करोड़ का करेगा निवेश
इस एरिया को डेवलप करने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण 77 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी और 5 वर्षों के अंदर इस एरिया को पूरी तरीके से डेवलप कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, जिसके लिए 3 साल के अंदर अधिग्रहण किया जाएगा।
यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने ‘इस एरिया को विकसित करने के लिए हमें अतिरिक्त जमीन कि आवश्यकता है, क्योंकि जेवर एयरपोर्ट के लिए वेयरहाउस, लॉजिस्टिक और नई एक्सप्रेस वे बनाने के लिए रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे, रेपिड रेल, और मेट्रो रेल के लिए कनेक्टिविटी के लिए 40 गांव में 16 सेक्टर की 1600 हेक्टेयर आपसी सहमति से खरीद ली गई है। जबकि 4500 हेक्टेयर की जमीन का प्रस्ताव बनाया गया है’।
एक्सप्रेस-वे,रेलवे,रैपिड रेल,मेट्रो रेल को जोड़ा जाएगा
इससे इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। वेयरहाउस, लॉजिस्टिक और नई एक्सप्रेस में बनाने के लिए रेजिडेंशियल और इंडियन रेलवे, रेपिड रेल, और मेट्रो रेल के लिए कनेक्टिविटी को जोड़ने के लिए बुलंदशहर के 40 गांव का अधिग्रहण करने का निर्णय यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने लिया है।
ये है साल 2041 का मास्टर प्लान
यमुना प्राधिकरण की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, 350 हेक्टयर पुनग्रहण से जमीन लेंगे। कुल 6000 प्लस हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी। इसके लिए 13000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जबकि 63000 करोड़ रुपए इस जमीन को डेवलप करने के लिए खर्च किए जाएंगे। 3 सालों के अंदर जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाएगा और 5 वर्षों में 77 हजार करोड़ रुपए खर्च इस जमीन को डेवलप कर दिया जाएगा।