Greater Noida: योगी सरकार ने न्यू नोएडा के मास्टर प्लान को शुक्रवार को मंजूरी दे दी है। इसके तहत बुलंदशहर और दादरी तहसील के 80 गांव को मिलाकर नया नोएडा बसाया जाएगा। इसको कर जल्द ही जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू होगी। जमीन अधिग्रहण के बाद लेआउट प्लान तैयार किया जाएगा। नए नोएडा को दादरी-नोएडा- गाजियाबाद-इन्वेस्टमें-रीजन (DNGIR) नाम दिया गया है।
सरकार के पास एक साल पहले भेजा गया था प्लान
दरअसल, दादरी के पास नए नोएडा बसाने की प्रक्रिया एक साल पहले शुरू हुई थी। नोएडा प्राधिकरण ने जनवरी में सरकार के पास मास्टर प्लान को मंजूरी के लिए भेजा था। करीब दो सप्ताह पहले औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने भी इसका प्रजेंटेशन देखा था। इसके बाद इस प्लान को लेकर 19 आपत्तियां आई थी, जिनका निस्तारण करने के बाद मंजूरी दी गई है। नया नोएडा 209.5 वर्ग किलोमीटर में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसेगा। जिसके लिए 80 गांव की जमीन अधिग्रहण की जाएगी, इसके लिए नोटिफाई किया गया है।
चार चरणों में किया जाएगा विकसित
नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल के मुताबिक, मास्टर प्लान को 12 जनवरी को मंजूरी के लिए भेजा गया था। अब शुक्रवार को सरकार ने इस प्लान को मंजूरी दी है। नए नोएडा को चार चरण में पूरा किया जाएगा। 2027 तक 3165 हेक्टेयर जमीन में विकसित किया जाएगा। इसके बाद 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया विकसित होगा। नए नोएडा में उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा आवासीय, ग्रामीण आबादी, मिक्स लैंड यूज, ग्रीनरी और संस्थागत आदि एरिया प्रस्तावित है।
बुलंदशहर और सिकंदराबाद के 60 गांव होंगे शामिल
एसीईओ के मुताबिक, डीएनजीआईआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग, औद्योगिक 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रिक्रिएशन एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत का प्रावधान है। गौतम बुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर की सिकंदराबाद तहसील के 60 गांव को मिलाकर नया नोएडा बनाया गया है। इस शहर की आबादी लगभग 6 लाख के आसपास होने का अनुमान है।
गुरुग्राम के तर्ज पर कुछ जमीन डेवलपर को सीधे दी जाएगी
नोएडा प्राधिकरण एसीईओ के मुताबिक अधिकांश हिस्से की जमीन का अधिग्रहण धारा 4 और 6 के तहत जिला प्रशासन के जरिए कराया जाएगा। कुछ किसानों से आपसी सहमति से जमीन ली जाएगी। गुरुग्राम की तर्ज पर सीधे डेवलपर को जमीन लेने का जिम्मा देते हुए लाइसेंस भी देने का प्लान है। इससे प्राधिकरण उस एरिया का बाहरी विकास करेगा, जबकि डेवलपर आंतरिक विकास करेगा।
जमीन अधिग्रहण में आ सकती हैं मुश्किलें
नया नोएडा दादरी के नई बस्ती बैरंगपुर गांव से शुरू होकर 20 गांव के साथ ही सिकंदराबाद के 60 गांव शामिल किए गए हैं। दादरी तहसील के अधिकांश गांव में नोटिफाइड होने के बावजूद भी जमीन पर वेयरहाउस बनाए जा रहे हैं। ऐसे में इस एरिया में नोएडा प्राधिकरण को जमीन अधिग्रहण में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।