यूपी सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री और अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल ने अपनी ही सरकार पर हमला बोला है. सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए नेता आशीष पटेल ने कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. सिराथू की विधायक और अपनी पार्टी की नेता पल्लवी पटेल के आरोपों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है. मंत्री ने कहा, “मैं थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं. ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा.”
ये सरदार पटेल का बेटा है, यह लड़ेगा- आशीष पटेल
इसके आगे नेता आशीष पटेल ने कहा कि लोगों से पूछा लड़ना है या डरना है. तो लोगों ने कहा लड़ना है. यह सरदार पटेल का बेटा है, यह लड़ेगा. मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं. मेरी गलती है कि मैंने वंचित वर्ग को आगे बढ़ाया. ऐसी गलती मैं करता रहूंगा डरूंगा नहीं, आपके पास तंत्र है और मेरे पास जनतंत्र है. जब जनतंत्र आपके साथ है. तो तंत्र से किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
“एक धरना मास्टर हैं, जिनको प्रायोजित किया जाता है”
नेता आशीष पटेल ने कहा कि 2 जुलाई और 17 अक्टूबर को धरना हुआ. मेरी और मेरी पत्नी की जांच कर ली जाए. मेरी कितनी संपत्ति कितनी बढ़ी है, उसकी जांच कर ली जाए. एक धरना मास्टर हैं, उनको प्रायोजित किया जाता है और उनको जब भी मौका मिलता है. तो उनको धरने पर बैठा दिया जाता है.
एसटीएफ को लेकर बोले ये बोल
नेता आशीष पटेल का कहना है कि मैं एसटीएफ के उन अधिकारियों के बारे में जानना चाहता हूं कि जिस विधानसभा में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. उसे विधानसभा में दो लोगों को धरना देने के लिए छोड़ दिया. आज एसटीएफ को मैं कहना चाहता हूं तुम्हारा नाम स्पेशल टास्क फोर्स है. मेरा नाम आशीष पटेल है. एसटीएफ को कहना चाहता हूं. तुम पैर में गोली मारते हो ना, आओ सीने में गोली मारो. आप डरा करके 69000 शिक्षक भर्ती के विषय को दबा नहीं सकते. मेरी सुरक्षा आप लोग कीजिए. मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष को केंद्र सरकार ने पूरी तरीके से पैक कर रखा है. उनके पास केंद्र सरकार की सुरक्षा है पर मैं तो आपके भरोसे हूं.
“अगर आप मर्यादा डाकेंगे, तो मैं भी मर्यादा भूल जाऊंगा”
नेता आशीष पटेल ने आगे बोला कि मैं फिर शिशिर बाबू से कहना चाहता है आप खबरें छपवाना बंद कर दीजिए. अभी मैं मर्यादा में हूं, पर अगर आप मर्यादा डाकेंगे. तो मैं भी मर्यादा भूल जाऊंगा. एसटीएफ का वह कौन सा अधिकारी है कि जहां सिर्फ विधायक जा सकता है. वहां दो आदमी को और धरने के लिए भेजा जा रहा है. उत्तर प्रदेश के एक बड़े व्यक्ति इस रात में इस धरने को उठाने भी जाते हैं.