कांग्रेस पार्टी जहां एक ओर आंबेडकर के सम्मान से जुड़ा मुद्दा उठाए हुए है तो वहीं दूसरी ओर महात्मा गांधी के विरासत को भी राजनीति में साथ लेकर चलना चाहती है. इस प्रयास से कांग्रेस के मनसूबे साफ नजर आते हैं कि वह राजनीति की किस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है.
कांग्रेस के दो प्रस्ताव
कांग्रेस पार्टी बेलगावी में होने वाली CWC की बैठक में दो प्रस्ताव पारित करने जा रही है. दो प्रस्तावों में एक प्रस्ताव बाबा साहेब आंबेडकर के सम्मान से जुड़ा है. इस प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस अपने आप को बाबा साहेब का अनुयायी साबित करने का प्रयास कर रही है. वहीं दूसरा प्रस्ताव मौजूदा सरकार के राज बढ़ रही महंगाई और अमीर- गरीब के बीच में बढ़ रहे अंतर को लेकर है. इस प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है.
बेलगावी से 100 साल पुराना नाता
कांग्रेस पार्टी ने CWC की दो दिवसीय बैठक बेलगावी में बुलाई है. इसके पीछे 100 साल पुराना नाता है. दरअसल, महात्मा गांधी ने 100 साल पहले बेलगावी में कार्यसमिति की बैठक की अध्यक्षता की थी। बेलगावी में होने वाली बैठक महात्मा गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष पद की 100वीं वर्षगांठ के रूप में होगी.
‘नव सत्याग्रह बैठक’
कांग्रेस महासचिव मीडिया जयराम रमेश ने बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 1926 में गांधी जी ने अंग्रेजों के खिलाफ सत्याग्रह का ऐलान किया था और इसीलिए इस बैठक का नाम ‘नव सत्याग्रह बैठक’ रखा गया है. इस तरह से कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के विरासत से खुद को जोड़ने का काम कर रही है.