सपा और कांग्रेस के बाद लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच भी गठबंधन का ऐलान हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच दिल्ली, गुजरात, गोवा, चंड़ीगढ़ और हरियाणा में सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बन गई है। जिसकी घोषणा शनिवार सुबह आधिकारिक तौर पर INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों ने मिलकर इन राज्यों में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
दिल्ली की 7 सीटों में 4 AAP को मिलीं
गठबंधन के ऐलान के साथ ही इस बात का भी ऐलान कर दिया गया है कि किस पार्टी के हिस्से में कौन सी सीच आई है। INDIA गठबंधन के तहत दिल्ली की कुल 7 लोकसभा सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 4 पर AAP चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। इसके तहत दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी, नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली पर AAP के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। जबकि चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली की सीट पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी।
पंजाब में AAP और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ेगी
आप और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में जानकारी देते हुए बताया गया कि पंजाब में AAP और कांग्रेस पार्टी दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ेगी। जबकि गोवा की दोनों लोकसभा सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके तहत गुजरात की 26 सीटों में से 2 सीटों (भरूच और भावनगर) पर AAP, जबकि बाकी 24 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हरियाणा की 10 सीटों में कांग्रेस 9 और AAP 1 (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ेगी, जबकि केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक सीट पर भी कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
’दोनों पार्टियां एकजुट होकर लड़ेंगी चुनाव’
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान AAP नेता संदीप पाठक ने कहा ’कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकतंत्र के सामने कई चुनौतियों खड़ी कर दी हैं। जिनसे निपटने के लिए AAP-कांग्रेस ने एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा हुई और इसके बाद ही सीट बंटवारे पर यह अंतिम सहमति बनी है। दोनों ही पार्टियां एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और भाजपा को हराएंगी।’
NDIA के लिए आ रहीं खुशखबरी
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए धीरे-धीरे कई राज्यों से खुशखबरी आ रही है। उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और गोवा जैसे राज्यों सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच सहमति बन गई है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी INDIA गठबंधन की उम्मीद नजर आ रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी संशय बकरार है। इसके अलावा तेलंगाना, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गठबंधन के शामिल पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं।