लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के बाद पुलिस बत्ती उतारो, हूटर हटाओ अभियान चला रही है। लेकिन अब पुलिस पर ही सवाल उठ रह हैं। पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि अभियान की आड़ में पुलिस प्रशासनिक अफसरों की बेइज्जती कर रही है। साथ ही वीडियो भी बनाए जा रहे हैं, जिन्हें अपमान भी अपमान समझा जा रहा है।
अभियान की आड़ में पुलिस की मनमानी!
उत्तर प्रदेश में चल रहा बत्ती उतारो, हूटर हटाओ अभियान को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है कि वो अभियान की आड़ में प्रशासनिक अफसरों की बेइज्जती कर रही है, प्रशासनिक अफसरों का बीच सड़क वीडियो बनाया जा रहा है। पुलिस RTO, ARTO बैकफुट पर, बत्ती और हूटर उतार रही है।
प्रशासनिक अफसरों और पुलिस के बीच में सड़क पर अदावत
बत्ती उतारो, हूटर हटाओ अभियान के फरमान पर पुलिस मनमानी तरीके से काम कर रही है, ये बात चर्चा में है। जिसे लेकर अब प्रशासनिक अफसरों और पुलिस के बीच में सड़क पर अदावत होने लगी है। इसे लेकर ADM, SDM, CMO, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आक्रोशित हैं। साथ ही जनपदों में तैनात जूनियर IAS और PCS अफसर भी परेशान हैं।
कई जिलों से आए मामले
इस सब के साथ ही नायब तहसीलदार अपनी प्रेगनेंट पत्नी को लेकर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि रास्ते में ही पुलिस ने बत्ती हटवाई और चालान काट दिया। पुलिस ने मिर्जापुर में एडीएम की बत्ती बीच सड़क उतार ली। सहारनपुर में तैनात महिला SDM का CO ने हूटर उतरवा दिया। कासगंज में तैनात SDM का भी हूटर पुलिस ने उतरवा दिया।
बीच सड़क में पुलिस की पुरानी खुन्नस निकालने की भी चर्चा
पुलिस द्वारा फरमान की आड़ में पुरानी खुन्नस निकालने की बात भी कही गई है। आरोप में कहा गया है कि पुलिस चौराहे-चौराहे अफसरों की गाड़ी का इंतजार कर रही है। प्रशासनिक अफसरों की गाड़ी देख कैमरा ऑन करके वीडियो बना रही है और बत्ती हचा रही है। इस तरह बीच सड़क ऐसी कार्रवाई को ऑफिसर बेइज्जती मान रहे हैं।