Nida: संभल में तीर्थ स्थलों, कूपों और प्राचीन तालाबों की कुछ ही दिनों में तस्वीर बदलने वाली है. इनका जीर्णोद्धार किया जाएगा. वहीं, तालाबों पर मिले अवैध कब्जा पट्टा को भी निरस्त किया गया है.
गुरुवार को संभल के डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने इलाके के तीर्थ स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जितने भी तीर्थ स्थल और कूप हैं, सभी कागजों में दर्ज हैं. किसी कारण से उन पर कब्जा हो गया तो उनको अब निकलवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां तो तीर्थ स्थल हैं वह तालाब ही हैं. उन्हें निकलवाया जा रहा है. डीएम ने मुख्य रूप से चतुर्मुख कूप, अशोक कूप, चतुर सागर, एकान्ति तीर्थ और शंख माधव का मुआयना किया.
डीएम ने कहा कि एक तालाब एकान्ति तीर्थ है, उस पर पिछले दो सालों से पट्टा हो गया था, उसे निरस्त कर हटवाया गया है. उन्होंने कहा कि एकान्ति तालाब का जीर्णोद्धार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल चतुर्मुख कूप पर काम चल रहा है, वहीं अशोक कूप पर थोड़ा काम बाकी है. उन्होंने कहा कि संभल को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है. जल्द ही संभल को नई पहचान मिलेगी.