AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी का विवादों से गहरा नाता है। 18वीं लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान उन्होंने जय फिलिस्तीन का नारा लगा दिया। जिसके बाद राजनीति में तीखी बहस शुरू हो गई है। AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहले उर्दू में अपनी शपथ ली। फिर उन्होंने कहा कि जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन। इसके बाद लोकसभा स्पीकर से हाथ मिलाकर वो नीचे आ गए, लेकिन उनके खिलाफ प्रतिक्रिया शुरू हो गई है।
जय फिलिस्तीन को लेकर क्या कहा?
संसद के बाहर ओवैसी ने अपने नारों पर मीडिया से कहा कि हमने जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना और जय फलस्तीन बोला है। ओवैसी ने कहा कि यह कैसे संविधान के खिलाफ है। पहले भी लोगों ने क्या-क्या नहीं बोला है, पहले वह भी सुना जाए। ओवैसी ने कहा कि जो बोलना था वो बोल दिया है अब क्या। ओवैसी ने कहा जय फलस्तीन बोलने की वजह मजलूम आवाज है। महात्मा गांधी ने फिलिस्तीन के बारे में क्या कहा था। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने ओवैसी के नारों पर आपत्ति जताई है।
5वीं बार ली शपथ
असदुद्दीन ओवैसी 5वीं बार लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भारत के हाशिए पर पड़े लोगों के मुद्दों को ईमानदारी से उठाता रहूंगा। आपको बता दें, ओवैसी की ओर से सदन में जय फिलीस्तीन कहे जाने का केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘आज AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में जय फिलीस्तीन का जो नारा दिया है वह बिल्कुल गलत है। यह सदन के नियम के खिलाफ है। ये भारत में रहकर भारत माता को जय नहीं बोलते, लोगों को समझना चाहिए कि ये देश में रहकर असंवैधानिक कार्य करते हैं।’