ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक सप्ताह पूर्व आपसी विवाद में पथराव में फायरिंग में एक युवक की मौत का मामला निरंतर तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के बाद पुलिस ने छह आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने का दावा करते हुए जेल भेज दिया और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है लेकिन कुछ लोगों के राजनीतिक स्वार्थ का कारण माहौल फिर गर्मा गया है। नगीना से सांसद व आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर के गांव पहुंचकर गलत बयानबाजी व सोशल मीडिया पर चल रही अभद्र टिप्पणी को लेकर स्वर्ण समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित स्वर्ण समाज ने चंद्रशेखर पर शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने व स्थानीय पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को आकलपुर गांव में एक महापंचायत का आयोजन किया। आरोप है कि पुलिस घटना में कुछ निर्दोष लोगों को फंसाने का प्रयास कर रही है।

निर्दोंषों को ना छोड़ने पर व्यापक आंदोलन का फैसला
इस महापंचायत में निर्णय लिया गया कि अगर एक सप्ताह के अंदर दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर निर्दोष लोगों को नहीं छोड़ा गया तो आलाधिकारियों के कार्यालय का घेराव कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा। श्रीराम परशुराम जन जागृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी और भाकियू भूमिपुत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने कहा कि जानकारी के मुताबिक 15 नवंबर को विवाद दोनों तरफ से हुआ था और दलित समाज के कई दर्जन लोगों ने पथराव शुरू करते हुए फायरिंग की थी। जिसमें दूसरे पक्ष की तरफ से आत्मरक्षा के लिए की गई फायरिंग में हादसा हुआ। दावा किया जा रहा है कि मृतक कमल की गोली लगने से ही बल्कि हार्ट अटैक से मौत हुई है। घटना की निष्पक्ष जांच करने की बजाय उसे दूसरा रूप दिया जा रहा है जो की आपसी सौहार्द के लिए घातक सिद्ध होगा।

नेता चंद्रशेखर ने दलित समाज के लोगों को भड़काया- गीता भाटी
वहीं भाकियू (महासभा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष गीता भाटी ने कहा कि क्षेत्र में सभी वर्ग के लोग प्रेम पूर्वक समय व्यतीत कर रहे हैं। गांव भीकमपुर में एक घटना हो गई तो कानून अपना काम कर रहा है लेकिन खुद को दलितों का मसीहा बताने वाले नेता चंद्रशेखर ने यहां आकर माहौल को खराब करने का वह समाज में जहर घोलने का प्रयास किया है। जिसे प्रशासन को रोकना चाहिए था। चंद्रशेखर ने गांव पहुंचकर दलित समाज के लोगों को भड़काकर उत्तेजित किया है जिसके बाद सोशल मीडिया पर भी अभद्र टिप्पणी की जा रही है।

“दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई”
स्वर्ण आर्मी के प्रमुख सर्वेश पांडे (बहराइच) ने कहा कि मैं अपने समाज के साथ अत्याचार नहीं होने दूंगा और सदैव अपने समाज के साथ खड़ा हूँ। सबसे पहले दूसरे पक्ष की ओर से भी मुकदमा दर्ज किया जाए और किस कानून में लिखा है कि तीन युवकों को समाज के बीच से ले जाकर फर्जी मुठभेड़ दिखा दी जाए। ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू भानु, व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान व अन्य सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखें और एडीसीपी को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान ओमवीर सिंह, मनोज प्रधान, कृष्ण त्यागी, रविंद्र भाटी, महेंद्र त्यागी, प्रदीप भाटी, सुधीर त्यागी, सुनील शर्मा, ओमान सिंह, जयपाल सिंह, सौरभ सोलंकी, अमन ठाकुर, ब्रहम भाटी, छवी शर्मा, सतीश त्यागी, अरविंद सिंह, नरेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

खेतों पर गए लोगों से अभद्रता का आरोप
भीकनपुर गांव में हुए हत्याकांड के बाद माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। असपा नेता चंद्रशेखर के गांव में आने के बाद दलित समाज के लोग बौखला रहे हैं और खेतों पर जाने वाले लोगों के साथ अभद्रता कर रहे हैं। हमारा प्रशासन मूकदर्शक बना है। बताया जाता है कि बुधवार को पप्पू त्यागी अपने खेत पर काम करने गए थे इसी दौरान दलित समाज के 4-5 लोग हाथों में धारदार हथियार लिए गाली गलौच करते हुए हमला करने दौड़े। बताया जाता है पप्पू त्यागी ने बामुश्किल अपनी जान बचा कर मौके से निकल आये। आरोप है अगर वह वहां से नहीं भागते तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी। जिसके बाद से अन्य ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल है और वह अपने खेतों पर काम करने से भी कतरा रहे हैं।

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