Noida:
एसटीएफ ने शुक्रवार को 50 हजार रुपये के इनामी अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्कर रिंकू राठी उर्फ रिंकू चौधरी को थाना सूरजपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ को सूचना मिली कि रिंकू ग्रेटर नोएडा में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आ रहा है। इसके बाद एसटीएफ ने जाल बिछाकर रिंकू राठी को गांव मलकपुर की ओर जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और 1400 रुपये बरामद हुए हैं। तस्कर के खिलाफ अन्य राज्यों में कई केस दर्ज है।


ड्राइवर अमित के साथ मिलकर शुरू की थी तस्करी


एसटीएफ के मुताबिक, गाजियाबाद के थाना भोजपुर के गांव सैदपुर निवासी रिंकू ने 1998 में मेरठ में एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी पर ट्रक चलाने का काम शुरू किया। इसके बाद 2010 में रिंकू ने हरिद्वार के इंडस्ट्रियल एरिया में राठी कार्गो ट्रांसपोर्ट मूवर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट कंपनी खोली। जिसमें मेरठ के इंचौली का रहने वाला अमित, रिंकू की ट्रांसपोर्ट कंपनी में चालक था। अमित के संबंध अवैध शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों से थे। इसके बाद रिंकू और अमित ने अपनी गाड़ियों में अन्य सामान के साथ नशीली दवाओं, नशीले पदार्थ आदि की तस्करी करने लगे।


पहले ट्रक में नशीली दवाएं करता था सप्लाई


वर्ष 2018 में ट्रक में गद्दे भरकर कोलकाता ले जा रहा था। इसी ट्रक में उसने बरेली से नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला कफ सीरप की बड़ी खेप को भी लोड कर लिया। जिसे रास्ते में ही दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया। 4 महीने जेल में रहने के बाद रिंकू ने गाजियाबाद में राठी ट्रांसपोर्ट कंपनी खोल ली। इसके बाद वह हरियाणा के शराब तस्करों के साथ मिलकर चंडीगड़ में बनी शराब को गुजरात, बिहार, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सप्लाई करने लगा।


जेल में मनीष से दोस्ती के बाद गांजा तस्करी में उतरा


2021 में बिहार पुलिस ने राठी को फिर गिरफ्तार कर लिया। 2023 में झांसी की पुलिस ने पकड़ लिया। 2023 में ही रिंकू की पहचान हरियाणा के मनीष से हुई, जो आंध्र प्रदेश और ओडिशा बॉर्डर से गांजा तस्करी करता था। 2023 में ही बांदा जिले में बझेरू थाना पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया और 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया।

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