नीट पेपर लीक का मुद्दा सरकार के गले की हड्डी बनता जा रहा है। विपक्ष इसी मुद्दे को लेकर सरकार को चारों ओर से घेरने को तैयार बैठी है। जिसके लिए विपक्ष ने अपना मास्टर प्लान भी तैयार कर लिया है। सूत्रों की मानें तो विपक्ष संसद में नीट पेपर लीक मामले पर चर्चा करना चाहती हैं। वहीं अगर नीट पर चर्चा की इजाजत नहीं दी गई तो विपक्ष सदन के भीतर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है। तो वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार नीट समेत तमाम मुद्दे पर संसद में जवाब देने के लिए तैयार है। सूत्रों के मुताबिक, अगर विपक्षी दल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान नीट का मुद्दा उठाते हैं तो शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हस्तक्षेप करेंगे और सवालों का जवाब देंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में 21 घंटे की चर्चा तय की गई है। इसमें बीजेपी को 8 घंटे का समय अलॉट किया गया है। बीजेपी के तरफ से लोकसभा में अनुराग ठाकुर डिबेट की शुरुआत करेंगे। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में शामिल दल नीट पर चर्चा की मांग करेंगे। बता दें कि नीट पेपर लीक को लेकर विपक्ष पिछले कई दिनों से सरकार पर हमलावर है। विपक्ष ने नीट पेपर लीक में धांधली का आरोप लगाया है और कहा कि इसे लेकर लीपापोती नहीं चलेगी।

नीट पेपर लीक के मुद्दे को लेकर विक्षप लामबंद
नीट पेपर लीक के मुद्दे को लेकर विक्षप पूरी तरह से लामबंद है। इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों का कहना है कि नीट पेपर लीक को लेकर अगर संसद में उसके सवालों का जवाब नहीं दिया गया। तो फिर सदन के भीतर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। विपक्षी दलों का कहना है कि संसद में कल से ही नीट पेपर लीक पर चर्चा शुरू हो। विपक्षी दलों ने NEET परीक्षा पर चर्चा की मांग को लेकर कल राज्यसभा और लोकसभा में नोटिस देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नीट घोटाले में लीपापोती नहीं चलेगी। पिछले पांच वर्षों में एनटीए की ओर से कराई गईं 66 भर्ती परीक्षाओं में कम से कम 12 में पेपर लीक और धांधली हुई है, जिससे 75 लाख से अधिक युवा प्रभावित हुए हैं। मोदी सरकार केवल यह कहकर कि ‘दलगत राजनीति से ऊपर उठना चाहिए’, अपनी जवाबदेही से भाग नहीं सकती। देश का युवा न्याय मांग रहा है और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। सिर्फ बातें करने से समस्या का हल नहीं निकलता है, इसके लिए निर्णायक कदम उठाने पड़ते हैं।

राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को किया संबोधित
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को अठारहवीं लोकसभा में पहली बार संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए पेपर लीक को लेकर दोषियों को सजा दिलाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। राष्ट्रपति ने कहा कि इसके लिए आगामी आम बजट में कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे और प्रमुख आर्थिक निर्णय लिए जाएंगे। उनकी सरकार देश के युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने में सक्षम बनाने के लिए माहौल तैयार करने का काम कर रही है।

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