अगर हम ये कहें कि जल्द ही टीम इंडिया के बिहारी बाबू यानी कि ईशान किशन की किस्मत चमकने वाली है. तो ये बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. दरअसल विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन इस समय बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे हैं. इस दौरान उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही ईशान किशन टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं.
अपने दम पर ईशान ने टीम को दिलाई जीत
दरअसल पिछले कुछ महीने ईशान के लिए काफी खराब साबित हुए हैं. जहां एक ओर वह टीम इंडिया में अपनी जगह गंवा चुके हैं और बीसीसीआई की ओर से उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. साल 2024 में टीम इंडिया के लिए ईशान किशन ने कोई भी मैच नहीं खेला है और ना ही उन्हें टीम में चुना गया है. वह घरेलू क्रिकेट से भी दूर थे. हालांकि वह अब घरेलू क्रिकेट में लौट आए हैं. ईशान किशन बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे हैं. उन्होंने अपने दम पर टीम को पहला मैच जिता कर अपनी दम दिखा दिया है. उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ पहली पारी में 107 गेंदों पर 114 रन बनाए, जिसमें 10 छक्के और 5 चौके शामिल रहे. वहीं, दूसरी पारी में 58 गेंदों पर 41 रन बनाकर नाबाद लौटे और टीम को जीत तक पहुंचाया.
टीम इंडिया में वापसी का ईशान के पास बड़ा मौका !
बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से पहला ईशान का रन बनाना उनके लिए अच्छे संकेत हैं. इसके अलावा उन्होंने दलीप ट्रॉफी के लिए भी टीम में चुना गया है. यानी सेलेक्टर्स उन्हें मौका देने के मूड में नजर आ रहे हैं. अगर ईशान किशन अपनी इसी फॉर्म को आगे भी जारी रखते हैं. तो उनकी टीम इंडिया में वापसी हो सकती है. बता दें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट के अलावा टी20 सीरीज भी खेली जाएगी. ऐसे में ईशान किशन के पास टीम में वापसी करने का बड़ा मौका है.
क्यों हुए थे ईशान टीम से बाहर?
ईशान किशन ने साल 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बीच दौरे से हटने का फैसला किया था. इसके पीछे की वजह मानसिक थकान बताई गई थी. इसके बाद वह बीसीसीआई से निर्देश मिलने के बावजूद घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए नहीं उतरे. ऐसे में बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए ईशान को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया गया था. ईशान किशन ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. ये टी20 सीरीज थी, जो वनडे वर्ल्ड कप के ठीक बाद खेली गई थी.