नोएडा की थाना सेक्टर 63 पुलिस और खाद्य सुरक्षा टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की. इस कार्रवाई के दौरान फर्जी फूड सप्लीमेंट फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुये ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से सप्लाई करने वाले 3 अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए हैं. वहीं फैक्ट्री से भारी मात्रा में प्रोटीन के डिब्बे, कैप्सूल के डिब्बे, रैपर, पाउडर के बोरे, पैकिंग मशीन, प्रिंटिंग मशीन एवं मुहर आदि सामान (कीमत करीब-50 लाख रूपये) बरामद किया दया है.

ये था पूरा मामला
बताया जा रहा है कि 9 दिसंबर 2024 को वादी द्वारा थाना सेक्टर 63 नोएडा पर एक प्रार्थना पत्र दिया गया. जिसमें वादी द्वारा जी ब्लॉक प्लॉट नं0 जी-86 की कम्पनी से कुछ सप्लीमेन्ट ऑर्डर करने एवं उनके सेवन से पेट व लीवर मे परेशानी होना, चेहरे पर कील-मुहांसे हो जाने एवं कम्पनी के लोगों द्वारा वादी के साथ षडयंत्र कर धोखाधड़ी करना आदि के आरोप अंकित किये गये थे. वहीं शिकायतीप्रार्थना पत्र के आधार पर थाना सेक्टर 63 नोएडा पुलिस द्वारा जी-86 सेक्टर 63 नोएडा पर जाकर जांच की गई. जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाये गये आरोप सही मिलने पर थाना सेक्टर 63, नोएडा पुलिस द्वारा जांच के क्रम में फर्जी फूड सप्लीमेन्ट बहुत कम खर्चे मे तैयार कर ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से बेचने व असली फूड सप्लीमेन्ट के रुप में ग्राहकों को 4 से 5 गुना कीमत पर डिलीवर करने एवं ग्राहकों के स्वास्थय के साथ खिलवाड़ करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 3 अभियुक्त साहिल यादव पुत्र मुकेश यादव, हर्ष अग्रवाल पुत्र प्रमोद अग्रवाल, अमित चौबे पुत्र सुरेश चौबे को जी-86 सेक्टर 63, नोएडा से गिरफ्तार किया गया. इस दौरान मौके से भारी मात्रा में प्रोटिन के डिब्बे, कैप्सूल के डिब्बे, खाली रैपर, छोटे बडे पैकेट, खाली डिब्बे, 10 बोरे पाउडर, नीला छोटा ड्रम, पैकिंग मशीन, प्रिन्टिंग मशीन, 03 मुहर आदि अन्य सामान बरामद किया गया है.

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
अभियुक्त साहिल यादव द्वारा वर्ष 2017-2018 में हरियाणा में फूड सप्लीमेंट बनाने वाली कम्पनी एडवांस न्यूट्रा टेक में काम किया था. वहां से काम सीखने के बाद अभियुक्त साहिल यादव द्वारा खुद की रॉरेज के नाम से जी-86 में 1 दिसंबर 2024 को कम्पनी बनाई और हर्ष को अपना पार्टनर बनाया एवं अमित को कम्पनी में मैनेजर के रूप में नियुक्त कर फर्जी फूड सप्लीमेंट बनाने का काम शुरू कर दिया. अभियुक्तगण फर्जी फूड सप्लीमेंन्ट का डिब्बा तैयार कर अपनी कम्पनी का रैपर लगाकर उसे ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से बेचते थे. जहां से जिम जाने वाले युवक-युवतियों के इनके पास आर्डर आते थे. अभियुक्तगण आर्डर आने के बाद 3500 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से कोरियर के माध्यम से अपने द्वारा तैयार किया गया फर्जी फूड सप्लीमेन्ट ग्राहकों को सप्लाई करते थे. इस प्रकार तैयार किया गया प्रति डिब्बा पर 4 से 5 गुना तक कीमत लेकर मोटा मुनाफा कमाते थे.

नकली को असली बताकर कमाते थे मोटा मुनाफा
गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला है कि हम तीनों लोग मिलकर फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का कच्चा माल जगह-जगह से बहुत सस्ते दामों में खरीदते हैं. फिर उस माल से कम कीमत में फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का डिब्बा तैयार कर अपनी कम्पनी का रैपर लगाते थे और उसे असली बताकर प्रति डिब्बे पर 4 से 5 गुना तक कीमत लेकर तैयार माल की सप्लाई नोएडा, दिल्ली, हरियाणा एवं जगह-जगह करते थे.हम यह फर्जी सप्लीमेन्ट बहुत कम खर्चे मे तैयार करते थे और असली फूड सप्लीमेन्ट के रुप मे ग्राहको को ऊंची कीमतों में बेच देते थे. अभियुक्त फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का कच्चा माल किस जगह से ला रहे थे और कहां-कहां भेज रहे थे. इनके गिरोह में कौन-कौन शाामिल है. इस सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी की जा रही है.

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version