पूरे देश में कई परीक्षाएं कराई जाती हैं। कुछ परीक्षाएं सरकारी कॉलेजों में भर्ती की होती हैं तो कुछ परीक्षाएं सरकारी कार्यालयों में नौकरी पाने के लिए। इन सभी परीक्षाओं के दौरान अक्सर पेपर लीक की खबरें सामने आती हैं। अभिभावक बच्चों के भविष्य के लिए हजारों लाखों रुपये खर्च कर देते हैं लेकिन आए दिन हो रही ये धांधली छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ ही है। आए दिन होने वाले पेपर लीक मामलों से जहां एक ओर छात्र परेशान हैं। तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का एक नया मुद्दा मिल गया है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी नीट यूजी परीक्षा में पेपर लीक के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और पीएम मोदी पर भी निशाना साधा।

“सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा”
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि “सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक यह चलता रहेगा। पेपर लीक का कारण है कि सारे वाइस चांसलर एजुकेशन सिस्टम को भाजपा के लोगों ने और उनके पेरेंट्स आर्गेनाइजेशन ने कैप्चर कर रखा है। जो भी जिम्मेदार है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मध्य प्रदेश में व्यापम हुआ और उसी व्यापम को नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पूरे देश में फैला रही है। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा “कि पीएम मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए। एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं। पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है और इसके लिए किसनी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिए।” NEET एग्जाम के बाद अब NET परीक्षा में भी धांधली की खबर सामने आ गई है। परीक्षा होने के एक दिन बार NET की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया है। शिक्षा व्यवस्था का डिमॉनेटाइजेशन हो गया है। निष्पक्ष शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। हम संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे। नीट और यूजीसी नेट पेपर लीक हुआ है। कहा जा रहा है नरेंद्र मोदी जी ने रूस यूक्रेन की लड़ाई रुकवा दी थी। इसराइल और गाजा के बीच में चल रही लड़ाई मोदी जी ने रुकवा दिया था, लेकिन किसी न किसी कारण हिंदुस्तान में पेपर लीक हो रहे हैं उसको नरेंद्र मोदी रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं।

कांग्रेस अपने को सुप्रीम कोर्ट से ऊपर न समझे- बीजेपी
कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर बीजेपी की ओर से सुधांशु त्रिवेदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, कांग्रेस के चरित्र में गंभीरता है ही नहीं। आज कांग्रेस कई राज्यों में सरकार में हैं। कई सारी माताएं और बहनें उनके छलावे में आ गईं। हमें लगा खटाखट कुछ मांओं और बहनों के अकाउंट में पैसे जाएंगे। हमें लगा जिम्मेदारी के साथ शायद कांग्रेस कुछ बोलेगी, लेकिन कांग्रेस ने तो NEET के ऊपर ही बोला। सरकार ने साफ कर दिया है कि छात्रों के साथ कुछ गलत नहीं होगा। सरकार ने साफ कर दिया है दोषी लोगों को सजा मिलेगी। कांग्रेस अपने को सुप्रीम कोर्ट से ऊपर न समझे। सरकार एक भी छात्र के भविष्य के साथ कोई समझौता और खिलवाड़ नहीं होने देगी। कांग्रेस तब चुप थी जब राजस्थान में एक के बाद एक पेपर लीक के मामले सामने आ रहे थे।

UGC-NET 2024 परीक्षा कर दी गई रद्द
आपको बता दें कि, देशभर में 18 जून को आयोजित UGC-NET 2024 परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया है। नेट पेपर लीक आशंका और परीक्षा रद्द होने के बाद तमाम छात्र निराशा और गुस्से में हैं क्योंकि परीक्षा रद्द होने से न सिर्फ समय खराब होता है बल्कि उम्मीदवारों की हिम्मत और परिवार की उम्मीद भी टूटती है। ऐसे भी कई उम्मीदवार परीक्षा देते हैं जिनका परिवार शायद आगे परीक्षा में बैठने का चांस भी न दे। 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने यूजीसी नेट का फॉर्म भरा था। 18 जून को एग्जाम हुआ लेकिन नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स डिवीजन (NCTAU) ने परीक्षा में विसंगतियों की कई शिकायतें मिलने के बाद अपनी जांच शुरू कर दी। जांच में सामने आया कि कि शिक्षण संस्थाओं के ऑनलाइन चैट फोरम पर यूजीसी नेट के क्वेश्चन पेपर और सॉल्व्ड पेपर के बारे में बातचीत चल रही है। इसके बाद नेट एग्जाम का रद्द करने का फैसला किया गया।

23 जून को री-नीट एग्जाम की तैयारी

हालांकि काफी जद्दोजहद के बाद केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्होंने ग्रेस मार्क्स रद्द करके उन 1563 छात्रों री-एग्जाम या बिना ग्रेस मार्क्स के नीट यूजी की काउंसलिंग में शामिल होने का विकल्प दिया है। री-नीट एग्जाम 23 जून को होगा और परिणाम 30 जून को घोषित किया जा सकता है, जबकि नीट यूजी काउंसलिंग निर्धारित 6 जुलाई से शुरू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार किया है। वहीं इन सबके बीच जो सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है वो ये है कि कब तक देश के भविष्य से खिलवाड़ होता रहेगा। यदि सरकार के किसी नुमाइंदे की सुरक्षा व्यवस्था में चूक हो जाए तो धरती आसमान एक कर दिया जाता है। तो क्या देश के छात्र जो आगे चलकर देश का भविष्य बनेंगे उनके साथ ये खिलवाड़ सही है।

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