अब ग्रेटर नोएडा में डब्ल्यूएसयू का पहला कैंपस खुलेगा. इसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी (डब्ल्यूएसयू), ऑस्ट्रेलिया ने भारत में डब्ल्यूएसयू का पहला कैंपस स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस समझौता ज्ञापन पर आज लखनऊ में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, आइएएस और डब्ल्यूएसयू की कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर डेबोरा स्वीनी ने हस्ताक्षर कर दिए हैं. इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस. गर्ग, आइएएस, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, इन्वेस्ट यूपी प्रथमेश कुमार भी मौजूद थे.

दो चरणों में किया जाएगा कैंपस का निर्माण
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने डब्ल्यूएसयू और उत्तर प्रदेश दोनों के लिए इस महत्वपूर्ण साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डाला. इस दौरान उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएसयू ग्रेटर नोएडा में परिसर स्थापित करने वाला पहला विदेशी विश्वविद्यालय होगा. जिसका परिसर पहले चरण में ग्रेटर नोएडा में वाणिज्यिक भवन में बनाने की योजना है. दूसरे चरण में ग्रेटर नोएडा में सात एकड़ की विशाल साइट पर एक पूर्ण विश्वविद्यालय परिसर विकसित किया जाएगा. मुख्य सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि उत्तर प्रदेश भारत में सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्य में से एक है. खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र जो कि जीडीपी और कृषि उत्पादन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में बनने वाला जेवर एयरपोर्ट निर्यात को बढ़ावा देगा और निर्बाध वैश्विक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध होंगे मजबूत
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया कि नोएडा में प्रस्तावित ये परिसर यूपी की उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024 के उद्देश्यों के अनुरूप है. इस नीति का उद्देश्य एक लचीली, समावेशी और सशक्त उच्च शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है. ये नीति घरेलू और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों को आकर्षित करने, राज्य की युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है. ये नोएडा कैंपस वैश्विक स्तर की शिक्षा और नवाचार लेकर आएगा. जिससे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध मजबूत होंगे. शीर्ष 50 युवा विश्वविद्यालयों में शामिल वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी स्थिरता और नवाचार में अपनी उत्कृष्टता के लिए जानी जाती है. ये नोएडा कैंपस उत्तर प्रदेश की एग्रोटेक पहलों का समर्थन करने के साथ ही स्मार्ट कृषि, जल प्रबंधन, और जलवायु अनुकूलन को बढ़ावा देगा. इससे राज्य उभरते उद्योगों में अग्रणी बनेगा.

कार्यक्रम में मौजूद रहे गणमान्य लोग
इस हस्ताक्षर समारोह में डब्ल्यूएसयू के प्रो वाइस चांसलर (ग्लोबल) डॉ. निकोलिन मर्डोक, डब्ल्यूएसयू के संचालन और वाणिज्यिक उपाध्यक्ष बिल परासिरिस, डब्ल्यूएसयू के हॉक्सबरी पर्यावरण संस्थान में अंतर्राष्ट्रीय रणनीति और भागीदारी (खाद्य और पर्यावरण) की प्रमुख डॉ. निशा राकेश, नई दिल्ली स्थित ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग में ऑस्ट्रेलियाई सरकार के शिक्षा विभाग के मंत्री-परामर्शदाता (शिक्षा और अनुसंधान) मैथ्यू जॉनसन और अनुसंधान सहयोग और भागीदारी (दक्षिण एशिया) की प्रमुख डॉ. कोपल चौबे भी मौजूद थीं.

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