प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने में बस कुछ ही दिन रह गए हैं. प्रयागराज के पवित्र संगम तट पर देश दुनिया से ना जाने कितने अजब गजब तरह के बाबा पहुंचने शुरू हो चुके हैं. इन बाबाओं के हठयोग के बारे में अगर आप सुनेंगे तो यकीनन दंग रह जाएंगे.

महाकुंभ में बाबाओं का जमावड़ा
हर 12 साल में एक बार महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. जहां देश दुनिया से आए ऐसे बाबाओं को देखने को मिलता है, जो किसी आश्चर्य से कम नहीं होते.

अजब गजब है हठयोग
आज हम आपको महाकुंभ में पहुंचे ऐसे बाबाओं के बारे में बताएंगे, जिनके हठयोग सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.

चाबी बाबा
ये बाबा जी करीब 20 किलो की चाबी लेकर महाकुंभ में पहुंचे हैं. इस चाबी का नाम राम और बाबा का नाम हरिश्चंद्र है. 16 साल की उम्र में ही इन्होंने घर छोड़ दिया था.

कंप्यूटर बाबा
इन बाबा के हाथ में हमेशा कंप्यूटर रहता है, जिसपर वो कार्टून देखना पसंद करते हैं. इनका असली नाम दास त्यागी है.

हाथ उठाकर चलने वाले बाबा
महाकुंभ में एक ऐसे भी बाबा हैं जो पिछले 5 सालों से अपना एक हाथ उठाए हुए हैं. उन्होंने 12 साल तक ऐसे ही हाथ उठाए रहने का संकल्प लिया है.

सिलेंडर वाले बाबा
राजस्थान के हनुमान मंदिर के महंत बाबा की दाढ़ी 21 फीट की है. जिसमें वो दो सिलेंडर उठाकर चलते हैं. ये भी महाकुंभ में पहुंचे हैं.

मौनी बाबा
इन बाबा का नाम दिनेश स्वरूप है. ये IAS के बच्चों को फ्री कोचिंग देते हैं. ये मौन रहते हैं, और स्पीड बाइक चलाने के शौकीन हैं.

एनवायरमेंट बाबा
आचार्य महामंडलेश्वर अरुणा गिरी ने कन्याकुमारी से वैष्णो देवी तक 27 लाख पौधे बांटे थे. अबकी महाकुंभ में ये बाबा 51 हजार पौधे लगाने वाले हैं.

रुद्राक्ष बाबा
महाकुंभ में 108 रुद्राक्ष की मालाएं पहने ये बाबा पहुंचे हैं. इन मालाओं में 11 हजार रुद्राक्ष हैं, जो 30 किलो से भी ज्यादा के हैं.

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