Noida: थाना सेक्टर 63 पुलिस ने बेरोजगार लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर कूटरचित दस्तावेज भेजकर ठगी करने वाले 2 ठगों को रविवार को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ठगी से अर्जित 7,61,486 रुपये बैंक खातों में ही फ्रीज करा दिया है। पुलिस ने भगवंता सिंह और हर्ष परिहार एच ब्लॉक 95 स्थित कम्पनी से गिरफ्तार किया है।
फर्जी सर्टिफिकेट और ऑफर लेटर भेजते थे
नोएडा पुलिस कमिश्नेरट मीडिया सेल के अनुसार, आरोपी एच 95 सेक्टर में स्थित SRBS Bhartiya Airways कंपनी में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर एविएशन की फर्जी ट्रेनिंग कराकर कूटरचित सर्टिफिकेट व ऑफर लेटर देकर रुपये ऐंठते थे। इसके बाद बेरोजगारों को न तो नौकरी देते थे न ही उनके रुपये वापस करते थे।
40 हजार वेतन का झांसा देते थे
आरोपी नौकरी की तलाश कर रहे ऐसे बेरोजगार लोगो को टार्गेट करते थे। जिनका एविएशन या एयरपोर्ट से कोई वास्ता न हो, उनका इन्टरनेट से डाटा लेकर नौकरी के लिए कॉल करते थे और उसको बताते थे कि आपका सेलेक्शन हमारी कंपनी SRBS Bhartiya Airways में हो गया है। जिसमें आपको महीने की 35 से 40 सैलरी के साथ रहना, खाना, मेडिकल, पीएफ, आने-जाने का खर्चा आदि कंपनी की तरफ से दिया जाएगा। इसके साथ ही बताते थे कि आपकी नौकरी अर्द्ध सरकारी होगी। आरोपी बेरोजगारों को यकीन दिलाने के लिए कंपनी का बनाया हुआ फर्जी ऑफर लेटर ई-मेल के माध्यम से भेज देते थे। जिसमें एविएशन कोर्स की मांग की जाती थी। ऑफर लेटर मिलने के बाद बेरोजगारों आरोपियों पर यकीन कर लेता था कि वास्तव मे उसकी नौकरी लग गयी है।
फर्जी इंस्टीट्यूट में कराते थे एविएशन कोर्स
इसके बाद बेरोजगारों से उनके शिक्षा संबंधी दस्तावेजों के साथ एविएशन सर्टिफिकेट SRBS BHARTIYA AIRWAYS की ई-मेल hr@bhartiyaairways.com पर भेजने के लिए बोलते थे। इस पर बेरोजगार एविएशन सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने में असमर्थता व्यक्त करता था। जिस पर आरोपी अपने द्वारा संचालित किये जा रहे BRD Institute India pvt Ltd और Eagle Aviation को सस्ता और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान बता कर अपनी बातों में फंसा लेते थे।
फीस के नाम पर करते थे वसूली
इसके बाद एडमिशन करवाने के बाद SRBS BHARTIYA AIRWAYS द्वारा अभ्यर्थी से एविएशन शिक्षण संस्थान से NOC लेकर आने के लिए कहा जाता था और NOC न देने पर अन्य अभ्यर्थी के आवेदन को वरीयता देना बताया जाता था। अभ्यर्थी जब BRD Institute India pvt Ltd और Eagle Aviation से NOC की मांग करता था तो अभियुक्तों के अन्य साथी पहले पूरी फीस अदा करने के लिए कहते थे, जिसपर नौकरी हाथ से जाते देख मजबूरीवश अपने मिलने जुलने वालों और रिश्तेदारों से उधार लेकर बकाया फीस अदा करता था।
अंग्रेजी में उल्टा-सीधा सवाल पूछकर फेल कर देते थे
फीस भरते ही उससे और रुपये ऐंठने के लिए उससे प्रोजेक्ट के नाम पर 5000 और मांगे जाते थे। अभ्यर्थी कोई रास्ता न देखकर वो पैसे भी अदा कर देता था। पैसे ऐंठने के बाद अभ्यर्थी से इंटरव्यू के नाम पर अंग्रेजी में ऊटपटांग सवाल पूछे जाते थे, जिसका जवाब न दे पाने पर उसे फेल करके भगा दिया जाता था। अगर कोई अभ्यर्थी किसी तरह इंटरव्यू पास भी कर जाता था तो उसे ट्रेनिंग के नाम पर बिना कोई सैलरी अदा किये अन्य बेरोजगारों को फंसाने के लिए काल करवाये जाते थे।
बिना सैलरी के करवाते काम
बिना किसी सैलेरी के कार्य करते हुए जब अभ्यर्थी खर्चों से परेशान होकर बेदम हो जाता था तो वह स्वयं कम्पनी को छोड़कर चला जाता था। यदि कोई विरोध करता था तो उसे अपने जानने वाले वकीलों से मिलीभगत करके लीगल नोटिस भेजकर कम्पनी को नुकसान पहुंचाने के एवज में हर्जाने के रुपये में 5,00,000 रुपयों की मांग की जाती थी। जिसपर अभ्यर्थी और उसके परिजन परेशान होकर घर बैठ जाते थे। एविएशन के नाम पर प्रति बेरोजगार से 50000 रुपये लेकर एविएशन का फर्जी कोर्स कराकर HOSPITALITY का सर्टिफिकेट दे दिया जाता था। ठगों द्वारा एविएशन कोर्स के नाम पर बेरोजगारो से रुपये लेकर ठगी कर न तो अपनी कंपनी में तथा न ही दूसरी कंपनी मे नौकरी दिलायी जाती थी।