उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर रविवार को हुई हिंसा पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। संभल हिंसा को लेकर दर्ज एफआईआर में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क को आरोपी नंबर वन बनाया गया है। इसके अलावा सपा विधायक के बेटे सुहैल इकबाल सहित  2750 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने हिंसा में सात एफआईआर दर्ज की हैं। वहीं, बवाल के आरोपियों की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है। अभी तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें तीन नाबालिग भी हैं। दो महिलाओं समेत कई लोग हिरासत में हैं। 

हिंसा से पहले मस्जिद में गए थे सांसद
दर्ज एफआईआर जिक्र है कि सपा के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने राजनीतिक फायदा पाने के लिए भीड़ को भड़काया था। हिंसा से दो दिन पहले ही सपा सांसद प्रशासन की अनुमति के बगैर जामा मस्जिद गए थे। इसलिए सांसद को मुख्य आरोपी बनाया गया है। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और लगभग 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

रविवार को हुई थी हिंसा
 गौरतलब है कि रविवार को मस्जिद का सर्वेक्षण जिला अदालत के आदेश पर किया जा रहा था। दावा है कि मस्जिद के स्थान पर एक प्राचीन हरिहर मंदिर था। सर्वेक्षण टीम का जब बाहर निकल रही थी  तोविरोध करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे और नारेबाजी करने लगे। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इसके बाद कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी और गोलीबारी भी की, जिससे सुरक्षा कर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए। हिंसा के बाद जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाई है।

इस मामले पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। आरोप है कि यह विवाद और हिंसा सरकार द्वारा जानबूझकर भड़काई गई ताकि अन्य मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके​।

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