Greater Noida:
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी करने से सरकारी कर्मचारी कतरा रहे हैं। इसमें सबसे अधिक महिलाएं हैं, जो चुनाव में ड्यूटी नहीं करना चाहती हैं। इसके लिए सरकारी कर्मचारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए शुक्रवार को विकास भवन में कर्मचारियों की भीड़ रही। ड्यूटी कटवाने वालों में महिला कर्मचारियों की संख्या अधिक है।

9,575 कर्मचारियों की लगाई गई है चुनाव में ड्यूटी

कार्मिक अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन सिंह ने बताया कि चुनाव में 9,575 कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। लोकसभा चुनाव कराने के लिए पीठासीन अधिकारियों के साथ-साथ प्रथम, द्वितीय व तृतीय मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। पहले चरण का प्रशिक्षण हो चुका है। 16 अप्रैल से दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया जाना है। जनार्दन सिंह के अनुसार, अभी भी चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी नए नए बहाने व बीमारी लेकर आ रहे हैं। मेडिकल पैनल की रिपोर्ट में स्वस्थ होने की पुष्टि के बाद भी कर्मचारी दोबारा पहुंच रहे हैं।

1 हजार महिलाओं ने नाम काटने के लिए किया आवेदन


कार्मिक अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने बतायाकि ड्यूटी कटवाने के लिए एक हजार से अधिक प्रार्थना पत्र मिले हैं। मेडिकल पैनल की जांच में 50 से 60 लोग अनफिट मिले। जिनकी ड्यूटी काट दी गई। वहीं, प्रार्थना पत्र निरस्त हो जाने के बाद अब कर्मचारी मेडिकल पैनल की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए दोबारा जांच कराने की मांग कर रहे हैं। महिला कर्मचारी तो ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए छोटे बच्चों को भी साथ लेकर आ रही हैं। वहीं, 30 प्रतिशत महिलाओं ने गर्भवती होने का हवाला देते हुए चुनाव में ड्यूटी न लगाने का अनुरोध किया है।

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