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पैसे दोगुना करने के चक्कर में बुरे फंसे मयंक, साइबर ठगों के जाल में फंसे, 1.15 करोड़ की हो गई ठगी

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Noida: नोएडा में निवेश के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने निवेश पर ज्यादा फायदा कमाने का झांसा देकर कंसलटेंसी फर्म के संचालक एक करोड़ 15 लाख रुपए की ठगी कर ली है. ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में फर्म के संचालक ने बैंक से लोन लेकर निवेश के लिए पैसे दिए थे.

फर्म संचालक को जैसे ही धोखाधड़ी की भनक लगी उसने तुरंत साइबर क्राइम थाने में इसकी शिकायत की. रिशीता नाम की महिला के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. जिन खातों में ठगी के रकम ट्रांसफर किए गए थे उन खातों की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. 

एक महिला ने जाल में फंसाया

पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि सेक्टर 18 के रहने वाले मयंक गुप्ता जो कि इंडस्ट्रियल कंसलटेंसी फर्म के संचालक हैं. उनका कुछ और भी कारोबार है. 27 जनवरी को उनके मोबाइल पर रितीशा नाम की लड़की ने कॉल किया. वह खुद को फाइनेंस सेक्टर की विशेषज्ञ बता रही थी.

पहले दिया मुनाफा

रितीशा ने कम रुपए निवेश कर दोगुना मुनाफा कमाने के बारे में मयंक को बता रही थी. महिला ने मयंक को कैटलिस्ट ग्रुप और पी कैटरमार्केट्स के साथ जुड़कर निवेश करने की सलाह दी थी. मयंक उसके झांसे में आ गए. जिसके बाद उन्होंने एक लाख रुपए निवेश किया, जिस पर उन्हें 15 हजार का मुनाफा भी हुआ. जिसके बाद उन्हें यह यकीन हो गया कि रितीशा ने जो कुछ कहा है वह सही है.

15 दिनों में 68 लाख का निवेश

अब मयंक ने 15 दिनों के अंदर 68 लाख रुपए निवेश के लिए उन खातों में जमा करा दिए. फिर तीन मार्च को रितीशा के कहने पर मयंक ने साढ़े 31 लाख से अधिक रुपए उन खातों में जमा करा दिया. जिसकी रसीद पोर्टल के माध्यम से दी गई. फिर जब मयंक ने पैसे निकालने की इच्छा जताई तो फिर से कन्वर्जन चार्ज के रूप में साढ़े 18 लाख से अधिक रुपए की मांग की गई. ये रकम जमा होने के 24 घंटे के अंदर सभी पैसे पीड़ित के अकाउंट में ट्रांसफर होने की बात कही गई. 

पैसे निकालने के नाम पर ऐंठे पैसे

अब तक पीड़ित ने 1 करोड़ 15 लाख से अधिक रुपए महिला के कहने पर जमा करा दिए था. 24 घंटे के अंदर मयंक को पैसे वापस नहीं मिले तो उन्होंने फिर रितीशा से संपर्क किया और तब फिर सिक्योरिटी मनी के तौर पर 40 लाख रुपए जमा करने के लिए कहा गया. अब मयंक को अपने साथ हुई ठगी का आभास हो गया. मयंक ने पैसे वापस देने के लिए दबाव बनाया तो उधर से संपर्क तोड़ लिया गया. फिर मयंक साइबर थाना पहुंच गए. साइबर थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है. इस मामले में कई अहम जानकारी मिली है. 

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