दादरी मंडी सचिव पर लापरवाही और मनमानी के आरोप, डीएम से की गई शिकायत, लगे ये गंभीर आरोप

- Nownoida editor2
- 14 Jun, 2025
Greater Noida: दादरी मंडी समिति पर भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगे
हैं. मंडी सचिव और कर्मचारियों पर अवैध उगाही करने के आरोप लग रहे हैं. मंडी में
अनाज लाने वाले किसानों से उगाही के आरोप लगाए जा रहे हैं. मन माने ढंग से दुकानों
को उठाकर उगाही की जा रही है. इसे लेकर दाररी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश
नागर ने डीएम से शिकायत की है.
पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने की शिकायत
दादरी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट राकेश नागर ने इसकी शिकायत डीएम से की है. डीएम को उन्होंने पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश मंडी अधिनियम 1964 की भावना के अनुसार कृषि उत्पादन मंडी समिति का संचालन किसानों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हेतु पारदर्शिता, जवाबदेही और सुशासन के साथ किया जाना चाहिए, लेकिन दादरी मंडी में नियुक्त सचिव अपने दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही और मनमानी कर रहे हैं. खासकर खुद पर लगे आरोपों का उन्होंने स्वयं निस्तारण कर दिया जो न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है.
मंडी के सचिव पर कई आरोप
डीएम के दिए अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि मंडी परिसर में गंदगी, मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. सचिव की ओर से
अवैध कब्जा हटाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. मंडी शुल्क वसूली
में पारदर्शिता नहीं है, जिससे राजस्व की हानि और भ्रष्टाचार
की संभावना बढ़ गई है. किसानों की उपज की खरीद प्रक्रिया में भी गड़बड़ी की जा रही
है. तुलन पत्रों और मापन में अनियमितता के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है.
सरकारी आदेश नहीं मानते हैं मंडी सचिव
शिकायत में कहा गया है कि नियमित रूप से मंडी समिति की बैठक नहीं हो रही हैं, जिससे विकास कार्य ठप हैं. इसके साथ ही
सरकार द्वारा जारी निर्देशों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे शासन की छवि प्रभावित हो रही है.
डीएम से की ये मांग
दादरी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट राकेश नागर ने डीएम से अनुरोध
किया है कि समाधान दिवस की शिकायत को निष्पक्ष एवं स्वतंत्र एजेंसी से फिर से जांच
कराई जाए. मंडी सचिव द्वारा किए गए कथित निस्तारण को निरस्त मानते हुए
उत्तरदायित्व तय किए जाएं. मंडी संचालन में पारदर्शिता लाने के लिए निगरानी समिति
गठित की जाए. संबंधित दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *