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नोएडा में मकान मालिकों का नया दुश्मन! जानिए कैसे हो रहा है फ्लैट पर कब्जे का गंदा खेल?

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Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी में किराएदार पर मकान मालिक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर न्याय की गुहार लगाई है। सोशल मीडिया पर राजेश रोदगी ने  जारी वीडियो में कहा है कि 'मैंने  ग्रेनो वेस्ट के के निराला इस्टेट सोसाइटी में में एक फ्लैट लिया है।  जिसे पिछले साल अप्रैल में में प्रीति गुप्ता को किराए पर दिया था। प्रीति ने उस समय कहा था कि उनके पति Wipro company में काम करते हैं और बैंगलोर में रहते हैं. एक पारिवारिक महिला एक छोटा होने के कारण फ्लैट किराए पर दे दिया था।  पिछले कुछ समय से मेरी माता जी की तबीयत खराब चल रही थी। दिसंबर में में उनकी तबीयत ज़्यादा खराब हो गई और उन्हें पैरालसिस अटैक आए. दस 10 को मैं उन्हें तीरथ राम शाह हास्पिटल लेकर गया।

सोसाइटी में करती महिला विवाद

राजेश रोदगी ने कहा कि जब में मां को अस्पताल में भर्ती करा रहा था तभी कई फोन आए। फोन करने वालों ने बताया कि आपके जो किराएदार गुप्ता का यहां पर अब लोगों के साथ वाद विवाद हो रहा है। जिससे मेरा कोई लेना देना नहीं था और कई चीज़ों का वहां पर तोड़फोड़ किया और नुकसान किया है. इस मानसिक पीड़ा से जब मैं गुज़र रहा था जब मेरी माता जी के टेस्ट चल रहे थे जो कि बहुत बुरी तरह से बीमार थी। डाक्टर ने कहा कि माता जी के ब्रेन में क्लौट्स  हैं और उनको ज़्यादा स्ट्रे नहीं देना है और ज़्यादा हिलाना डुलाना नहीं है। क्योंकि हमारे घर में जहां हम रहते हैं, वहां पर सीढ़ियां हैं तो यह सोचकर कि कभी भी माता जी इमरजेंसी में अगर टेस्ट कराने के लिए ले जाना पड़ेगा तो उनका इस तरह से ले जाना हमारा सही नहीं रहेगा. इसलिए मैंने पीती से कहा कि निराला इस्टेट वाले फ्लैट में शिफ्ट हो जाते हैं, क्योंकि वहां सीढ़ियां नहीं हैं और लिफ्ट भी है।

गुजारिश और अपील के बाद भी घर नहीं किया खाली

लेकिन बार-बार कहने और गुजारिश के बाद प्रीति ने उनका प्लैट खाली नहीं किया। जिससे उनकी माता की हालत खराब हो गई और  19 जनवरी को उनकी मौत हो गई।  निधन ने के बाद भी जब हमें क्रिया करने का क्रिया कर्म करने का समय आया तो हमें बार बार Noida से phone आने लगे कि आपकी attendant ने बहुत वाद विवाद किए हुए हैं. बार बार हमें वहां जाना पड़ता था. क्रियाक्रम के समय पर भी हमें अपना घर बंद करके एक हिंदू रीति रिवाज से क्रिया क्रम नहीं करने दिया गया। हमें और हमें बार बार भाग दौड़ करनी पड़ी.

मुंबई, पुणे में भी महिला कर चुकी है ऐसा कांड
वहीं, पेशे से वकील आशुतोष श्रीवास्तव ने राजेश का वीडियो X पर शेयर करते हुए लिखा है कि 'खेल कोई नया, इंसान नहीं खेलना है. वही पुराना इंसान जो पहले भी पुणे में यह खेल खेल चुका है फिर मुंबई में यह खेल खेल चुका है। अब नोएडा में खेल खेलना है। 2022 में श्री राधे स्काई गार्डन में यह खेल खेला था उसके बाद कर अलग-अलग सोसाइटी में इस टाइम टारगेट में है निराला स्टेट सोसाइटी और वह कोई और नहीं है मिस प्रीति गुप्ता है। क्या आप जानते हैं कि एक दर्दनाक सच्चाई को झूठ के पर्दे में छुपाया जा रहा है? जिस कहानी को मकान खाली कराने की जबरदस्ती बताया जा रहा है, असल में वह एक असहाय मकान मालिक के अधिकारों की सरेआम लूट है!

किराया न देने का आरोप
मामला यह है: एक बुजुर्ग मकान मालिक, जिसकी आंखों की रोशनी तक जा चुकी है, मानसिक, आर्थिक और शारीरिक रूप से टूट चुका है। उसके घर का खर्चा सिर्फ मकान के किराए से चलता था, ऊपर से थोड़े-बहुत ट्यूशन पढ़ाकर वह अपनी जिंदगी चला रहा था। लेकिन न उसे किराया दिया गया, न ही मकान वापस किया गया – उल्टा उसके अपने ही घर पर कब्जा कर लिया गया! इस अन्याय की कीमत? जनवरी 2025 में इस संघर्ष और मानसिक पीड़ा के कारण उनकी माता का निधन हो गया। यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि कई निर्दोष मकान मालिकों की कहानी बन चुकी है। और प्रीति गुप्ता? यह कोई पहली बार नहीं हो रहा! 2022 में श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी, फिर 4 और सोसाइटी, और अब निराला स्टेट सोसाइटी – यही साजिश बार-बार दोहराई जा रही है। मकान मालिक को ही खलनायक बना दिया जाता है, उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाए जाते हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जाता है ताकि कब्जा बरकरार रहे। टारगेट कौन? जो नोएडा में नहीं रहते जो बीमार या कमजोर हैं जिनका मकान आसानी से हड़पा जा सके अब सवाल यह है – आखिर कब तक निर्दोष मकान मालिकों को शिकार बनाया जाएगा? क्या हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे या फिर झूठ को सच बनने देंगे? सच को जानिए, जागरूक बनिए, और अन्याय के खिलाफ खड़े होइए!

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