देशभर में इंटरनेशनल योगा डे की धूम देखने को मिली। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में भी इंटरनेशनल योगा डे मनाया गया। इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन शारदा स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और छात्र कल्याण विभाग के निर्देशन में संपन्न हुआ।

विदेशी छात्रों और स्टॉफ ने लिया हिस्सा

शारदा विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरनेशनल योगा डे कार्यक्रम में विदेशी छात्रों व स्टॉफ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। योग प्रशिक्षक ने सभी को बैठे और खड़े स्थिति में कई योग के आसन कराए। इस दौरान भाग लेने वाले सभी लोग योग के लिए काफी उत्साहित नजर आए।

विश्वविद्यालय के चांसलर ने बताई योग की उपयोगिता

विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने भाग लेने वाले छात्रों और स्टाफ से कहा कि योग एक ऐसी क्रिया है जो व्यक्ति द्वारा स्वयं की जाती है। यह न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से बल्कि चारित्रिक रूप से भी व्यक्ति का विकास करती है। योग हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह वैदिक काल से जारी है और इस आधुनिक तकनीकी युग में भी काफी उपयोगी और प्रभावी साबित हुआ है।

हर दिन एक घंटा योग जरुर करें

विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने आगे कहा कि आज के बदलते इस दौर में हर व्यक्ति को हर रोज कम से कम 1 घंटा योग के लिए निकलना चाहिए। योग करने से हमारे शरीर मजबूत होता है। बीमारी से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है। जो व्यक्ति लगातार योग करते हैं वह हमेशा स्वस्थ रहते हैं। बीमारी उनसे कोसों दूर भागती है। आज छोटे बच्चों से लेकर जवान बुजुर्ग सभी को योग करना चाहिए। योग करने से ही जीवन सफल होता है। भारत से योग का संबंध सालों पुराना है। भारतीय संस्कृति और वेदों में योग एक प्रमुख अंग है। आज जब पूरी दुनिया योग के अहमियत को समझ रही है तो इसका श्रेय भारत के योग गुरुओं को जाता है। इस दौरान डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज की डीन डॉ अनविती गुप्ता, डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार,डॉ प्रमोद कुमार, डॉ कपिल दवे समेत कई लोग मौजूद रहे।

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