पेरिस ओलंपिक 2024 में पहलवान अमन सहरावत ने वो कर दिखाया जो आज तक ओलंपिक इतिहास में नहीं हुआ था। 21 वर्षीय अमन 57 किग्रा फ्री-स्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपियन बन गए हैं। अमन ने 9 अगस्त को खेले गए प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं। ब्रॉन्ज मेडल मैच के दौरान अमन की नाक में चोट लग गई थी, इसके बावजूद पीछे नहीं हटे।

सेमिफाइनल के बाद बढ़ गया 4.5 किलो वजन
खास बात है कि विनेश फोगाट की तरह अमन का भी सेमिफाइनल में हारने के बाद वजन बढ़कर 61.5 हो गया था। लेकिन अमन रात में जिम में जॉगिंग और बाहर जाकर विंडचीटर जैकेट पहनी और यह सब 2-3 घंटे तक किया था. तब जाकर 4.6 किलो वजन घटा।

11 साल की उम्र में ही माता-पिता का उठ गया था साया
बता दें कि अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर के रहने वाले हैं। 2012 ओलंपिक में सुशील कुमार ने जब सिल्वर मेडल जीता तो उनसे ही प्रेरित होकर 10 साल की उम्र में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती के दांव पेच सीखने पहुंच गए थे। इसके एक साल बाद माता-पिता दोनों की अलग-अलग बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. 

कुश्ती में भारत के अब तक इन्होंने मेडल जीता
 केडी जाधव कांस्य पदक, हेलसिंकी ओलंपिक (1952), सुशील कुमार- कांस्य पदक, बीजिंग ओलंपिक (2008), रजत पदक- लंदन ओलंपिक (2012), योगेश्वर दत्त कांस्य पदक, लंदन ओलंपिक (2012), साक्षी मलिक-कांस्य पदक, रियो ओलंपिक (2016), रवि कुमार दहिया-रजत पदक, टोक्यो ओलंपिक  (2020),  बजरंग पूनिया-कांस्य पदक, टोक्यो ओलंपिक  (2020), अमन सहरावत- कांस्य पदक, पेरिस ओलंपिक (2024).

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