बहराइच पिछले 100 घंटों से हिंसा की आग में सुलग रहा है. रविवार की शाम को शुरू हुए तनाव की आग 100 घंटों बाद भी शांत नहीं होगी ऐसा शायद ही किसी ने सोचा हो. वहीं इस तनाव के बीच लोगों का गुस्सा और नाराजगी भी बढ़ती जा रही है. वहीं इन सबके बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक अब्दुल हमीद के अलावा 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि आरोपी सरफराज और तालिब को एनकाउंटर के दौरान गोली लगी है और अस्पताल में इलाज जारी है. आइए एक नजर डालते हैं कि पिछले 100 घंटों में क्या-क्या हुआ और कहां से इस हिंसा की शुरुआत हुई-

म्यूजिक बंद करने को लेकर शुरू हुआ विवाद
13 अक्टूबर रविवार की शाम को मुस्लिम इलाके से होते हुए प्रतिमा जुलूस निकल रहा था. तब स्थानीय लोगों ने म्यूजिक बंद करने को कहा जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई. बहस इस कदर बढ़ती चली गई जिससे दोनों पक्षों के बीच पथराव और झगड़ा शुरू हो गया. पुलिस की मानें तो कुछ लोगों ने पथराव का विरोध किया. इसके बाद एक पक्ष की ओर से दूसरे पक्ष पर फायरिंग की गई जिसकी चपेट में आने से स्थानीय युवक रामगोपाल मिश्रा घायल हो गया. अस्पताल पहुंचने के बाद रामगोपाल को मृत घोषित कर दिया गया. बताया ये भी जा रहा है कि रामगोपाल किसी की छत पर जाकर धार्मिक झंडा उतार रहा था.

सोमवार को उपद्रवियों ने दुकानों और घरों में लगाई आग
बहराइच में रविवार को हुई घटना के बाद सोमवार को भी जबरदस्त हिंसा हुई. इस दौरान उपद्रवियों ने दुकानों और घरों को आग लगा दी. हिंसा और बिगड़ते हालातों को काबू करने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश खुद उपद्रवियों को खदेड़ने को हाथ में पिस्टल लेकर सड़क पर उतर पड़े थे. इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि रामगोपाल को मौत के घाट उतारने से पहले प्रताड़ित किया गया था. रामगोपाल को करंट मारा गया, नाखून उखाड़े और तलवार से भी मारा गया. हालांकि पुलिस ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह बातें बेबुनियाद हैं और पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण गोली लगना पाया गया है.

बिगड़ते हालातों के चलते भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात
बहराइच में लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए 12 कंपनी पीएससी, 2 कंपनी सीआरपीएफ, 1 कंपनी आरएएफ और गोरखपुर ज़ोन की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया. माहौल को बेहतर बनाने के लिए 4 आईपीएस, 2 एएसपी, 4 सीओ की भी तैनाती की गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर एडीजी कानून-व्यवस्था और गृह सचिव को भेजा गया. बहराइच की परिस्थिति पर मुख्यमंत्री भी सीधी नजर बनाए हुए थे. अधिकारियों को सीधा निर्देश दिया गया है कि एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए.

हिंसा के 5 आरोपियों मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
17 अक्टूबर यानी गुरुवार को बहराइच हिंसा के 5 आरोपियों को नेपाल भागने के समय मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनमें से दो सरफराज और तालिब गोली लगने से घायल हो गए हैं जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. पुलिस और हिंसा के आरोपियों के बीच हुई ये मुठभेड़ नानपारा कोतवाली के बाईपास पर हुई. रामगोपाल की हत्या के आरोप में अब्दुल हमीद और उसके बेटे सरफराज उर्फ रिंकू उर्फ सलमान, फहीम अलावा राजा उर्फ साहिर, ननकउ, मारुफ और 4 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था.

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